Bihar Weather Forecast, Flood Updates: कमला और महानंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर, गंगा नदी का बढ़ रहा जल स्तर

बिहार में मानसून अब भी पूरी तरह सक्रिय है. मंगलवार को वज्रपात से प्रदेश में फिर से एक बार जान-माल की हानि हुइ है. वज्रपात से कल सारण में पांच, पटना में दो, नवादा में दो, लखीसराय व जमुई में एक-एक व्यक्तियों की मौत हुई है. वहीं प्रदेश में दो जुलाई तक मनसून की बारिश जारी रहेगी.मंगलवार को सुबह में हल्की बारिश हुई. इसके बाद आसमान साफ रहा. इससे अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ नमी की मात्रा भी बढ़ गयी. तापमान व नमी बढ़ने से लोगों को ऊमस भरी गर्मी अधिक महसूस हुई. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें, तो बुधवार व गुरुवार को राजधानी के ऊपर बादल छाने के साथ-साथ हल्की बारिश भी हो सकती है.

By ThakurShaktilochan Sandilya | July 1, 2020 9:38 PM
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मुख्य बातें

बिहार में मानसून अब भी पूरी तरह सक्रिय है. मंगलवार को वज्रपात से प्रदेश में फिर से एक बार जान-माल की हानि हुइ है. वज्रपात से कल सारण में पांच, पटना में दो, नवादा में दो, लखीसराय व जमुई में एक-एक व्यक्तियों की मौत हुई है. वहीं प्रदेश में दो जुलाई तक मनसून की बारिश जारी रहेगी.मंगलवार को सुबह में हल्की बारिश हुई. इसके बाद आसमान साफ रहा. इससे अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ नमी की मात्रा भी बढ़ गयी. तापमान व नमी बढ़ने से लोगों को ऊमस भरी गर्मी अधिक महसूस हुई. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें, तो बुधवार व गुरुवार को राजधानी के ऊपर बादल छाने के साथ-साथ हल्की बारिश भी हो सकती है.

लाइव अपडेट

नेपाल सहित बिहार और पड़ोसी राज्यों में लगातार बारिश से लगभग सभी नदियां उफान पर

नेपाल सहित बिहार और पड़ोसी राज्यों में लगातार बारिश से लगभग सभी नदियां उफान पर हैं. बुधवार को कमला नदी मधुबनी जिले में झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. वहां खतरे का निशान 50 मीटर है, लेकिन इस नदी का जलस्तर 50.15 मीटर था. वहीं, महानंदा नदी धनघारा घाट पर खतरे के निशान से 28 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. वहां खतरे का निशान 35.65 मीटर है. इस नदी का जलस्तर 35.93 मीटर था. हालांकि दोनों नदियों का जलस्तर मंगलवार की अपेक्षा घट रहा था. जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार बागमती नदी बेनीबाद में खतरे के निशान से केवल दो सेंटीमीटर नीचे थी. इस नदी का खतरे का निशान 48.68 मीटर है. इस नदी का जलस्तर बुधवार को 48.66 मीटर था.

गंगा नदी का जलस्तर सभी जगह लगातार बढ़ रहा है. हालांकि, खतरे के निशान से यह अभी भी काफी नीचे है. पटना के दीघा घाट पर बुधवार को इसमें 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई. वहां गंगा का जलस्तर मंगलवार को 46.58 मीटर था बुधवार को यह 46.68 मीटर हो गया. पटना के गांधी घाट पर इस के जलस्तर में 12 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी. इसी तरह हाथीदह में 16 सेंटीमीटर, मुंगेर में 25 सेंटीमीटर, भागलपुर में आठ सेंटीमीटर और कहलगांव में 9 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी बुधवार को दर्ज की गयी.

बिहार में मानसून तीन जुलाई तक

मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में मानसून तीन जुलाई तक सक्रिय रहेगा. इस दौरान राज्य के अधिकांश जिलों के लिए मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश के साथ ही वज्रपात की भी संभावना जताई है. बिहार में वज्रपात से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.

पटना में ठनका गिरने से दो की मौत, तीन लोग घायल

पटना: पंडारक प्रखंड में पंडारक पूर्वी पंचायत के गोपकिता गांव और बिहारी बीघा पंचायत में मंगलवार दोपहर बारिश के दौरान ठनका गिरने से दो युवकों की मौत हो गयी जबकि एक महिला सहित दो बच्चियां जख्मी हो गयी, जिनका प्राइवेट नर्सिंग होम में इलाज चल रहा है. बिजली गिरने की तेज आवाज से इलाके के लोग सहम गये. इधर जब लोगों को पता चला कि वज्रपात के चपेट में आने से दो युवकों की मौत हो गयी तो ग्रामीण घटनास्थल की ओर भागे. युवकों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया. बताया जाता है कि पंडारक पूर्वी पंचायत के गोपकिता गांव के अनिल यादव का पुत्र अंकित कुमार उर्फ सिंटू (15वर्ष)घर के बाहर आम के पेड़ के नीचे खड़ा था तभी अचानक जोरदार आवाज के साथ पेड़ पर बिजली गिरी और अंकित चपेट में आ गया घटनास्थल पर ही अंकित की मौत हो गयी. अंकित इसी वर्ष मैट्रिक की परीक्षा प्रथम स्थान से पास किया था. अंकित की मां तीन दिन पहले से एक निजी क्लिनिक में ऑपरेशन के चलते भर्ती है. जानकारी होने पर उनका भी बुरा हाल है. वहीं दूसरी तरफ प्रखंड के ही बिहारी बीघा पंचायत के वार्ड सात में आकाशीय बिजली 38 वर्षीय धर्मवीर कुमार सिंह के घर पर भी गिरी. धर्मवीर घटना के वक्त अपने दो मंजिला घर की छत पर मोबाइल से किसी से बात कर रहा था तभी अचानक बिजली गिरी और धर्मवीर उसकी चपेट में आ गया जिससे धर्मवीर की मौत हो गयी. ठनका की चपेट में उसकी पत्नी उर्मिला देवी बेटी खुशी कुमारी और मौसम कुमारी भी आ गयी हालांकि पत्नी के बारे में बताया जा रहा है कि वह आवाज के चलते बेहोश होकर गिर पड़ी जबकि दोनों बेटी भी जख्मी हो गयीं. वहीं घटना स्थल का जायजा लेने बीडीओ कुमारी पूजा, पंचायत सचिव मनोज कुमार, पूर्वी पंचायत के जनप्रतिनिधि राजेश सिंह उर्फ पपलू सिंह भी पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सरकारी स्तर पर आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा मिलने वाली सहायता राशि के लिए कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.

गंगा, बरंडी एवं कोसी नदी के जलस्तर में मंगलवार को भी वृद्धि जारी

कटिहार: गंगा, बरंडी एवं कोसी नदी के जलस्तर में मंगलवार को भी वृद्धि जारी रही. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार गंगा नदी के रामायणपुर में मंगलवार की सुबह 24.88 मीटर दर्ज किया गया, जो दोपहर में बढ़कर 24.90 मीटर हो गया. इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर जलस्तर 27.98 मीटर दर्ज किया गया. जबकि छह घंटे बाद यहां का जलस्तर 28.00 मीटर हो गया है. राष्ट्रीय उच्च पथ 31 के डूमर में मंगलवार की सवेरे बरंडी नदी का जलस्तर 28.99 मीटर दर्ज किया गया था, जो छह घंटे बाद दोपहर में बढ़कर 29.06 मीटर हो गया. कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला रेलवे ब्रिज पर मंगलवार की सुबह 28.10 मीटर दर्ज की गयी. दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 28.15 मीटर हो गया.

महानंदा नदी के जलस्तर में नरमी

कटिहार: महानंदा नदी के जलस्तर में मंगलवार को मामूली नरमी देखी गयी है. पिछले छह घंटे के दौरान करीब चार सेंटीमीटर की मामूली कमी दर्ज की गयी है. हालांकि इस नदी का जलस्तर अधिकांश स्थानों पर खतरे के निशान से अब भी ऊपर बह रही है. गंगा, बरंडी एवं कोसी नदी के जलस्तर में भी वृद्धि जारी है. महानंदा नदी के घटते बढ़ते जलस्तर की वजह कटाव तेज होने की संभावना बढ़ गयी है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार महानंदा नदी झौआ में मंगलवार की सुबह जलस्तर 31.84 मीटर था, छह घंटे बाद दोपहर को घटकर 31.80 मीटर हो गया. इसी नदी के बहरखाल में 31.43 मीटर था, जो घटकर 31.40 मीटर हो गया. कुर्सेल में मंगलवार की सुबह 31.83 मीटर था, जो दोपहर में घटकर 31.81 मीटर हो गया. दुर्गापुर में जलस्तर 28.68 मीटर था, जो छह घंटे बाद जलस्तर 28.68 मीटर ही रहा. गोविंदपुर में इस नदी का जलस्तर 26.74 मीटर था, जो मंगलवार की दोपहर बढ़कर 26.75 मीटर हो गया. इस नदी का जलस्तर आजमनगर में 30.60 मीटर था, जो घटकर 30.58 मीटर हो गया. धबोल में इस नदी का जल स्तर मंगलवार की सुबह 29.95 मीटर था. छह घंटे बाद दोपहर को यहां का जल स्तर 29.93 मीटर हो गया.

कोसी व बरंडी नदी में उफान

कटिहार जिले के नदियों के जलस्तर में हो रही वृद्धि की वजह से कई प्रखंडों के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. हालांकि के मंगलवार को महानंदा नदी के जलस्तर में मामूली कमी दर्ज की गयी है. जबकि अभी भी यह नदी अधिकांश स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर ही बढ़ रही है. दूसरी तरफ कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर में जबरदस्त उफान है. पिछले 24 घंटे के दौरान इन दोनों नदियों के जलस्तर में क्रमशः 45 और 34 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है. नदियों के घटते बढ़ते जलस्तर की वजह से कई इलाके में कटाव भी तेज होने लगा है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार बेलगच्छी झौआ महानंदा दांया तटबंध के शिवगंज कटएंड की वजह से बाढ़ का पानी निकले इलाके में फैलने लगी है. इससे लोगों की परेशानी भी बढ़ गयी है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल ने दावा किया है कि जब दिल्ली दीवानगंज महानंदा बांया तटबंध के केएम के 3.05 के समीप स्पर 15 के नोज पर पानी का अत्यधिक दबाव बना हुआ है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार क्षतिग्रस्त नोज को दुरुस्त कर लिया गया है. साथ ही बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष एवं मुख्य अभियंता के दिशा निर्देश के आलोक में कटाव निरोधक एवं स्पर के नोज को सुरक्षित रखने के दिशा में ठोस पहल की जा रही है. इधर बाढ़ का पानी आने से महानंदा तटबंध के भीतर बसे लोगों की परेशानी अभी भी बढ़ी हुयी है.

दरधा नदी में बना डायवर्सन पानी के तेज बहाव में टूटा

जहानाबाद : पटना-गया एनएच 83 पर शहरी क्षेत्र के अस्पताल मोड़ के समीप दरधा नदी में बने पुल के समीप पैदल यात्रियों के लिए बना डायवर्सन सोमवार की देर रात दरधा नदी में आये पानी के तेज दबाव में टूट गया, जिससे यात्रियों को पुल पार करने में परेशानी होने लगी. डायवर्सन टूटने की जानकारी एनएचआई को दी गयी, जिसके बाद एनएचआइ के अधिकारी व कर्मी मौके पर पहुंच निर्माण एजेंसी के सहयोग से टूटे डायवर्सन की मरम्मत करायी. मरम्मत कार्य में जेसीबी एवं अन्य उपकरणों का सहयोग लिया गया तथा टूटे भाग को फिर से पूर्व की तरह बनाया गया, जिससे होकर यात्रियों का आवागमन आरंभ हो गया है.

कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से बढ़ी परेशानी

सहरसा: कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के साथ लगातार हो रही बारिश के कारण तालाब, पोखर, नालों, गब्बियों में कोसी का पानी फैलने लगा है. लोगों को बाढ़ की आशंका सताने लगी है. कोसी के विकराल रूप को देख कर ग्रामीण दहशत में हैं. हर वर्ष इस क्षेत्र के लोग इस संकट से जूझते हैं. कोसी का पानी पूरे खेत-खलिहान में भर जाता है व सभी लोगों का घर पानी से घिरा रहता है. हालांकि अभी ऐसी स्थिति नहीं हुई है, लेकिन तालाब, पोखर एवं गब्बियों में पानी भरने लगा है. लेकिन कुछ ही दिनों में बाढ़ के पानी से पूरा जलमग्न हो जायेगा, ऐसी संभावनाएं हैं. नेपाल के बराज से पानी छोड़े जाने के बाद नदियां उफान भरने लगी है. बाढ़ की संभावना तेज हो गयी है.

भागलपुर में बारिश की संभावना

भागलपुर: बुधवार व गुरुवार को हल्की बारिश की संभावना है. बीएयू मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 से 2 जुलाई के बीच 2 मिमी तक वर्षा होने की संभावना है. 3 से 5 जुलाई के बीच 90 मिमी तक वर्षा होने की संभावना है. बुधवार से काले घने बादल छाये रहने की संभावना है. 1 से 5 जुलाई के बीच दक्षिणी पूर्वी एवं पूर्वी हवा 7 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक चल सकती है. तापमान में मामूली गिरावट दर्ज होने की संभावना है. मंगलवार को आसपास का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा. हवा में नमी की मात्रा 80 प्रतिशत रही. 3.8 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दक्षिणी हवा चली.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात से 11 लोगों की मौत पर गहरा शोक प्रकट किया

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में वज्रपात से 11 लोगों की मौत पर गहरा शोक प्रकट किया है और सभी मृतकों के आश्रितों को तुरंत चार–चार लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया. वज्रपात से सारण में पांच, पटना में दो, नवादा में दो, लखीसराय व जमुई में एक-एक व्यक्तियों की मौत हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं.

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