Bihar Weather News पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं से जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है.पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवा के कारण लगातार मैदानी इलाके को ठंड बढ़ रही है. निरंतर पारा रोज गिर रहा है. ठंडी हवा के कारण गोपालगंज के लोग घरों में दुबकने के लिए मजबूर कर दिया है. मंगलवार को भी दोपहर बाद धूप निकलने का माहौल तो बना,लेकिन वह माहौल ठंड से राहत नहीं दिला सका.
मंगलवार को कोहरा व शीतलहर की चक्रव्यूह में सूरज फंस गये.आसमान में घने कोहरे की घेराबंदी से लोग पूरे दिन कांपते नजर आये.गोपालगंज एक बार फिर मौसम विभाग के मानक पर सीवियर कोल्ड के दायरे में रहा.अधिकतम तापमान का आंकड़ा औसत से आठ डिग्री सेल्सियस कम ही रहा,जो सीवियर कोल्ड-डे के मानक के अनुरूप था.शाम होते ही सर्द हवाएं नस्तर चुभोने लगी. शहर की सड़कों पर शाम छह बजते ही सन्नाटा पसर गया.राहगीरों, रिक्शा चालकों, राहगीरों, बसों से उतरकर आने वाले यात्रियों के लिए ठंड जानलेवा बन गयी है. हाथ-पैर सुन्न हो जा रहे है.शीतलहर के साथ कोहरे के आगोश में जिला रहा. हाइवे पर वाहनों की आवाजाही भी ठप-सी पड़ गयी थी. शहर से लेकर ग्रामीण बाजारों में सन्नाटा दिख रहा है. हालांकि खादी भंडार, ऊनी कपड़ों की ब्रांडेड दुकानों पर ग्राहकों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है.
इस बार ठंड वर्ष 2009 के रिकॉर्ड को तोड़ने पर आमादा है. वर्ष 2003 के बाद 2009 में सीवियर कोल्ड-डे 13 दिनों का था. इस वर्ष भी अब तक तीन कोल्ड-डे व नौ सीवियर कोल्ड -डे घोषित हो चुका है. मंगलवार को तापमान का आंकड़ा बीते दिन के मुकाबले ज्यादा ठंड भरा रहा. अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की कमी दर्ज की गयी. सोमवार को 15.7 डिग्री से 2.6 डिग्री पारा गिर कर 13.1, तो न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री से 0.6 डिग्री गिरकर 3.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा. आर्द्रता बढ़कर 71 से 92 फीसदी के बीच रही.
पहाड़ों पर एक और पश्चिमी विक्षोभ हुआ सक्रिय मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय गोपालगंज सहित उत्तर बिहार में दो दिनों में धूप की संभावना तो जता रहे हैं, लेकिन ठंड से राहत को लेकर उनका पूर्वानुमान नाउम्मीदी भरा है. इधर, ठंड के चलते जिले में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है. ऐसे में वहां और उत्तराखंड के पहाड़ों एक-दो दिन में बारिश की संभावना बन रही है. ऐसे में पछुआ हवाओं की रफ्तार बढ़ेगी, तो उत्तर बिहार के निचले वायुमंडल में जमा कोहरा छंटेगा. इससे धूप निकलने की संभावना बनेगी. इससे अधिकतम तापमान में थोड़ी बढ़त जरूर दर्ज की जायेगी, लेकिन न्यूनतम पारा और गिरेगा, इसके चलते कड़ाके की ठंड बरकरार रहेगी. लगातार कई दिन तक धूप निकलने के बाद ही लोगों को ठंड से राहत मिलेगी.