बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में हुई तेज बारिश के बाद किसानों को थोड़ी राहत मिली है. बारिश के बाद दरार पड़े धान के खेतों को ऑक्सीजन मिला है. किसानों के अनुसार, यह बारिश धान के लिए अमृत के समान है. कांटी के किसान अमोद कुमार व सरैया के किसान नवीन कुमार ने बताया कि पूरे अगस्त माह में यदि इसी तरह से बारिश हो जाती है, तो सबसे अधिक धान को फायदा होगा. इसके साथ ही उत्पादन भी बेहतर होगा. फिलहाल फसलों में जान आयी है, लेकिन अभी और बारिश की जरूरत है. इस बार जिले में 1.47 लाख हेक्टेयर में धान के खेती का लक्ष्य है. हालांकि सूखा के कारण उत्पादन की स्थिति स्पष्ट नहीं है.
मुजफ्फरपुर जिले में डीजल अनुदान के लिए अब तक करीब 30 हजार ऑनलाइन आवेदन आये हैं. आवेदन की रफ्तार बढ़ने से सत्यापन की फाइल लंबी होती जा रही है. जानकारी के अनुसार, करीब 19 हजार आवेदन अब कृषि समन्वयकों के पास पेंडिंग है. दूसरी ओर पटना कृषि विभाग की ओर से सत्यापन की गति को और तेज करने का निर्देश दिया गया है. विभागीय स्तर पर इसकी रोज समीक्षा हो रही है.