Bihar Weather Update: बिहार में कमजोर पड़ा मॉनसून, जानिए कब से होगी अच्छी बारिश
Bihar Weather Update अगले 24 घंटे में मध्यम वर्षा हो सकती है. इस अवधि में अधिकतम तापमान 34–36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23–26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है.
उत्तर बिहार में मॉनसून कमजोर बना हुआ है. मंगलवार को भी पूरे दिन आसमान में बादल मंडराते रहे. लेकिन एक दो जगहों पर छोड़ कर कहीं भी बारिश नहीं हुई. दरभंगा में शाम को कुछ जगहों पर अच्छी बारिश हुई. वही मुजफ्फरपुर सहित अन्य जगहों पर लोग बारिश का इंतजार करते रहे. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केन्द्र व भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दो जुलाई तक मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया है. जिसमें बताया गया है कि दो जुलाई तक बहुत अच्छी वर्षा की संभावना नहीं है. कहीं–कहीं हल्की वर्षा हो सकती है.
कुछ स्थानाें पर अगले 24 घंटे में मध्यम वर्षा हो सकती है. इस अवधि में अधिकतम तापमान 34–36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23–26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है.इस अवधि में औसतन 10 से 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से अगले दो-तीन दिनों तक पुरवा हवा व उसके बाद पछिया हवा चलने की संभावना है. मंगलवार का अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस कम रहा.
तेज हवा व बूंदाबांदी ने बदली मौसम की फिजां
मंगलवार की शाम तेज हवा के साथ-साथ बूंदाबांदी से मौसम की फिजां थोड़ी बदल गयी है. इससे उमस गर्मी से लोगों को निजात भी मिली है.लोगों ने मानसून के आगमन के बाद पहली बूंदाबांदी का आनंद उठाया. हालांकि अच्छी वर्षा की उम्मीद लगाये किसानों को निराश होना पड़ा है.वहीं उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की.लोग बालकोनी व खिड़की के पास खड़े होकर बूंदाबांदी का मजा लेते रहे.
निची व मध्यम जमीन में करें धान की रोपाई
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. ए सत्तार ने किसानों को सलाह दी है कि जिन किसानों के पास धान का बिचड़ा तैयार है, उनके पास सिंचाई की व्यवस्था है तो वे निचली व मध्यम जमीन में धान की रोपाई शुरू करें. उथली क्यारियों में खरीफ प्याज की नर्सरी गिरायें. नर्सरी में जल निकास की व्यवस्था रखें. एन-53, एग्रीफाउण्ड र्डाकरेड, अर्काकल्याण, भीमा सुपर खरीफ प्याज के लिए अनुशंसित किस्में है.
बीज को कैप्टान या थीरम प्रति 2 ग्राम प्रति किलो की दर से मिलाकर बीजोपचार कर लें. पाैधशाला को तेज धूप एवंं वर्षा से बचाने के लिये 40 छायादार नेट से 6-7 फीट की ऊंचाई पर ढ़क सकते हैं. प्याज के स्वस्थ पाैध के लिये पाैधशाला से नियमित रूप से खरपतवार को निकालते रहें. कीट–व्याधियों से नर्सरी की निगरानी करते रहें. खरीफ मक्का की सुआन, देवकी, शक्तिमान-1, भाक्तिमान-2 एवंं राजेन्द्र संकर मक्का-3 किस्मों की बोआई करें.