दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने इस बार देश को चौंका दिया है. मॉनसून की सक्रियता की बीच बज्रपात से मरने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. सोमवार को सात लोगों की मौत बज्रपात(ठनका) से हुई है़ ठनका से सहरसा में सर्वाधिक पांच, मधुबनी में एक और पूर्वी चंपारण में एक व्यक्ति की मौत हुई. जबकि, आइइएमडी के पूर्वानुमान में बिहार सामान्य से कम बारिश वाले राज्यों में शुमार था.
मॉनसून की सक्रियता के बाद जून में देश में बिहार सबसे ज्यादा बारिश वाला राज्य बन गया है़ बिहार में सामान्य से सामान्य से 128 फीसदी अधिक बारिश रिकार्ड की गयी है़ आइएमडी ने पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में एक दो राज्यों को छोड़कर सभी राज्यों में कम बारिश का पूर्वानुमान जारी किया था़
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक यह पूर्वानुमान केवल बिहार के संदर्भ में कुछ कमजोर साबित हुआ है़ बिहार के पड़ौसी राज्यों मसलन झारखंड में सामान्य से 49, पश्चिमी बंगाल में सामान्य से केवल 22 फीसदी और उत्तरप्रदेश में सामान्य से 84 फीसदी अधिक बारिश हुई है़ अगर 28 जून तक मॉनसून की सक्रियता की स्थिति पर नजर डालें तो अभी देश में सामान्य से अब तक केवल सौलह फीसदी अधिक बारिश हुई है़
अगर भौगोलिक स्थिति के हिसाब से देखा जाये तो देश की सर्वाधिक बारिश वाले राज्य मेघालय सहित सेविन सिस्टर्स राज्य सामान्य से कम बारिश झेल रहे हैं. राजस्थान ऐसे राज्यों में है,जहां इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गयी है़ फिलहाल बिहार के लिए बारिश उत्साह जनक है,अगर बारिश का दौर संतुलित नहीं रहा तो आने वाले समय में यह बारिश आफत बनने जा रही है़
बिहार में लगातार जारी रहेगा बारिश का दौर- आइएमडी पटना के आधिकारिक बुलेटिन के मुताबिक बारिश का दौर अगले चार दिन और रहने वाला है़ खासतौर पर उत्तर-पूर्वी और दक्षिण मध्य इलाके में सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं. दरअसल बिहार के बेहद नजदीक से ट्रफ लाइन गुजर रही है़ वहीं चक्रवाती असर अभी बना हुआ है़
सोमवार को बिहार में कुछ स्थानों पर भारी से भारी बारिश दर्ज की गयी है़ वीरपुर में 200 मिलीमीटर, बरहरा में 90 मिलीमीटर, भीमनगर में 70, बक्सर में 60,जलालपुर में 50, वैशाली में 40, घोसी,पटना और टेकरी में 30-30 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गयी है़
Posted By : Avinish Kumar Mishra