बिहार के छपरा में कड़ाके की ठंड से लोगों को राहत नहीं मिल रही है. हालांकि शुक्रवार को दिन में कुछ देर के लिए हल्की धूप निकली, जिससे बाजारों में चहल-पहल बढ़ी. वहीं, घरों में दुबके हुए लोग भी काफी दिनों के बाद छत तथा अपने घर के आसपास के खाली मैदाने में इकट्ठा हुए. लेकिन कुछ देर के बाद फिर से आसमान में बादल छा गये. खासकर सुबह-शाम के समय कोहरा छा जा रहा है. दिन भर सर्द हवाएं चल रही हैं, जिसने आम दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित किया है.
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मौसम विभाग भी अभी तीन-चार दिनों तक तापमान में गिरावट जारी रहने का अनुमान लगा रहा है. सभी शिक्षण संस्थानों में आठवीं क्लास तक की कक्षाएं स्थगित कर दी गयी हैं. ऐसे में बच्चों को राहत जरूर है. लेकिन, घर में भी ठंड के असर से बच्चे खुद को बचा नहीं पा रहे हैं. ठंड के कारण कई बच्चों में कोल्ड डायरिया की शिकायत आ रही है.
वहीं बुजुर्गों में भी तापमान में गिरावट आने से ब्लड प्रेशर बढ़ने की शिकायत देखने को मिल रही है. ठंड से बचने के लिए लोग घरों में लकड़ी या कोयला सुलगा रहे हैं. वहीं बाजारों में भी दुकानदार अलाव तापते नजर आ रहे हैं. कई जगहों पर नगर निगम द्वारा अलाव के इंतजाम किये गये हैं. लेकिन कुछ प्रमुख जगहों पर अलाव नहीं जलाने के कारण राहगीरों तथा बाजार आये लोगों को ठंड में ठिठुरना पड़ रहा है.
विगत तीन-चार दिनों से ठंड के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या घटी थी. लेकिन शुक्रवार को दिन में हल्की धूप निकलने के बाद मौसम खुला तो सदर अस्पताल के ओपीडी समेत निजी अस्पतालों में भी मरीज की संख्या बढ़ गयी. ओपीडी में पहले शिफ्ट में 400 से अधिक मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ. इनमें से अधिकतर मरीज सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित थे.
चाइल्ड वार्ड में भी मरीज बढ़े हैं. यहां ठंड से पीड़ित बच्चे अपने अभिभावकों के साथ इलाज के लिए आ रहे हैं. बढ़ते ठंड को देखते हुए अस्पताल प्रशासन अलर्ट मोड में है. सभी चिकित्सकों को ओपीडी व इमरजेंसी में अपने निर्धारित समय पर ड्यूटी पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है. वहीं, सभी दवाओं का स्टॉक भी अपडेट कर लिया गया है.