Bihar Weather Report: बिहार में इन दिनों ठंड कम हो चुका है जबकि दिसंबर महीने में इस बार दिन में पसीने छूट रहे हैं. अगहन का महीना हल्की ठंड के बीच ही गुजर गया जबकि पूस महीने की शुरुआत भी बुधवार से हो चुकी है. लेकिन ठंड के तेवर अभी भी कड़क नहीं हो सके हैं. सामान्य तौर पर दिसंबर के मध्य से ठंड अपना असर दिखाना शुरू कर देती है, लेकिन इस बार शुष्क मौसम ने पसीना छुड़ा दिया है. अब तक कड़ाके की ठंड शुरू नहीं हुई है. वहीं अब मौसम फिर एकबार करवट लेने वाला है. आगामी दो से चार जनवरी तक होने वाली संभावित बारिश को लेकर आइसीएआर पटना ने अलर्ट जारी किया है.
आइसीएआर पटना ने मौसम में बदलाव के पूर्वानुमान को लेकर अलर्ट जारी किया है. कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ मनीषा टम्टा व डॉ वेद प्रकाश ने फसलों को सुरक्षित रखने के लिए परामर्श भी दिया है. पशुओं को लेकर भी एहतियात बरतने को कहा है. दोनों वैज्ञानिकों ने कहा कहा है कि धान को अब खुली जगह में न रखें. पक चुकी सब्जी को तोड़ या काट लें. हल्की बारिश खड़ी फसल के लिए पर्याप्त होगी. अभी सिंचाई न करें. आवश्यकता पड़ने पर हल्की सिंचाई करें. गेहूं व सरसों की बुआई शीघ्र पूरी कर लें. मेघदूत व दामिनी मोबाइल एप से बारिश अलर्ट व कृषि परामर्श प्राप्त करें. बारिश, गर्जना, में पशुओं को न छोड़ें. बिजली चमकने पर किसान खेतों में न जाएं.
पटना व आसपास के क्षेत्रों में मौसम में आंशिक परिवर्तन हो रहा है. मंगलवार को शहर के अधिकतम तापमान में लगभग दो डिग्री सेल्सियस की कमी आयी, सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान 27.3 डिग्री सेल्सियस था, जबकि मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 25.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 13.7 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार एक चक्रवाती परिसंचरण बांग्लादेश की सतह से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर बना हुआ है. इसके कारण आंशिक परिवर्तन हुआ है. जानकारी के अनुसार एक जनवरी से शहर के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज होने से ठंड बढ़ेगी. वहीं, दो जनवरी से चार जनवरी के बीच शहर में हल्की बारिश होने की भी संभावना है. वहीं, बुधवार को तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है.
Also Read: Bihar Weather AQI: बिहार में ठंड पर क्यों लगा ब्रेक? कनकनी के बिना ही बीता अगहन महीना, पढ़िए वेदर रिपोर्ट..
पूस का महीना बुधवार से शुरू हो रहा है. अब तक कड़ाके की ठंड शुरू नहीं हुई है. मंगलवार को भागलपुर में भी दिन में धूप के कारण लोगों को उमस का अहसास हुआ. सुबह के समय भी कम ठंड रही. तड़के सुबह जिले का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री व अधिकतम तापमान 26 डिग्री रहा. शुष्क पछिया हवा चलती रही. बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि 27 दिसंबर से एक जनवरी तक भागलपुर में तापमान सामान्य बना रहेगा. इस दौरान दिन में धूप खिली रहेगी. सुबह में हल्का कोहरा रह सकता है. अभी बारिश की संभावना नहीं है. आसमान में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं. इस दौरान पश्चिमी हवा चलने की संभावना है.
उत्तर बिहार के जिलों को लेकर मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान में भी अगले तीन से चार दिनों में ठंड बढ़ने की संभावना नहीं है. अगले पांच दिनों यानी 31 दिसंबर तक तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री अधिक रहने की संभावना है. मौसम शुष्क रहने के साथ अधिकतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि होगी. पूर्वानुमान के अनुसार मुजफ्फरपुर में न्यूनतम तापमान 13 से 14 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है. इस अवधि में दो से तीन कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से पूरबा हवा चलेगी. मंगलवार को भी धूप की धमक से दिन में गर्मी की स्थिति बनी हुई थी. मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार मुजफ्फरपुर का अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3.6 डिग्री अधिक रहा. न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस रहा.
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केन्द्र व भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयाेग से 27 से 31 दिसंबर 2023 तक के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया है. पूर्वानुमानित अवधि में उत्तर बिहार के जिलाें में आसमान में हल्के बादल रह सकते हैं. इस दौरान मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है. पूर्वानुमानित अवधि में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की संभावना है. जिसके चलते यह तापमान 27-28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. न्यूनतम तापमान के भी सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की संभावना है. न्यूनतम तापमान 13 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 2-3 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चलने की संभावना है. सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 80 से 90 प्रतिशत तथा दाेपहर में 40 से 50 प्रतिशत रहने की संभावना है.