बिहार में भीषण लू का प्रकोप अगले दो दिन और जारी रहने का पूर्वानुमान है. शुक्रवार को केवल पूर्वी बिहार में कुछ इलाकों में भीषण गर्मी से राहत मिली है. इस क्षेत्र में एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है. अगले दो दिन इस क्षेत्र में विशेष रूप से किशनगंज और अररिया में कुछ जगहों पर बारिश होने की संभावना हैं.
हालांकि, मौसम विभाग की मानें तो 20 जून के बाद बिहार में माॅनसून दस्तक दे सकता है पर माॅनसूनी बारिश का असर 25 जून के बाद दिखेगा.शुक्रवार को पटना, वैशाली, शेखपुरा, वाल्मीकि नगर और भोजपुर सहित 19 जगहों पर भीषण लू चली है. इसमें से10 स्थानों पर सीवियर हीट वेव की परिस्थितियां बनी हैं. आइएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार 10 और 11 तक कमोबेश पूरा बिहार लू की चपेट में रहेगा. इधर, आइएमडी ने कहा है कि झारखंड में 12 जून से प्री-मानसून बारिश शुरू हो जायेगी.
आइएमडी की आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में सर्वाधिक उच्चतम तापमान वैशाली में दर्ज हुआ. यहां 44.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. भोजपुर में उच्चतम तापमान 44.6, पटना में 44.4, शेखपुरा में 44.1 और वाल्मीकिनगर में 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है. नालंदा में 43.8, जीरादेइ में 43.4, गया में 43.3, औरंगाबाद में 43.2 और छपरा में 43.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. गौरतलब है कि पटना में पिछले तीन सालों की तुलना में जून में रिकॉर्ड तापमान रहा है. इधर, भारी बारिश के साथ मॉनसून शुक्रवार को केरल पहुंच गया. शनिवार को इसने पूर्वोत्तर में भी दस्तक दे दी.
Also Read: बिहार पुलिस में सिपाही के 21391 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी, 20 जून से कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन
भीषण गर्मी और लू के कारण बिजली की मांग बढ़ी है. ऐसे में बिहार की बिजली कंपनियों ने गुरुवार की देर शाम 6983 मेगावाट बिजली की डिमांड कर नया रिकॉर्ड बनाया है. कंपनी ने पांच अगस्त 2022 के सर्वाधिक बिजली डिमांड 6738 मेगावाट के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है.