बिहार में लॉकडाउन के बाद सोमवार की अहले सुबह राज्य में धूल भरी आंधी के साथ जम कर हुई बारिश ने जहां तपिश को सामान्य स्तर पर ला दिया है. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण इलाकों में आंधी के कारण आम के फसल काफी क्षति पहुंची है. लाली पर पहुंची लीची की फसलों को आंधी और बारिश से सबसे अधिक नुकसान हुआ है.
जानकारी के अनुसार आंधी बारिश के कारण राज्य के कई जगहों पर पेड़ गिर गए. मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि सोमवार की सुबह में चली आंधी का रफ्तार करीब 40-50 किमी प्रति घंटा थी. उन्होंने यह भी कहा कि आम की कई किस्में तैयार हो चुकी है. ऐसे में तेज हवा व आंधी से तैयार फलों को काफी नुकसान पहुंचा और काफी तादाद में आम के फल गिर गए. इससे आम उत्पादक किसानों को काफी क्षति पहुंची है.
हरि सब्जियों के लिए बारिश रहा फायदेमंद- सोमवार की सुबह हुई बारिश ने आम और लीची की फसल के लिए तो नुकसानदायक रहा लेकिन यह बारिश हरि सब्जियों के लिए फायदेमंद है क्योंकि किसानों का कहना हैं की यह बारिश होने से जहां लौकी, भिंडी, खीरा, ककड़ी, बैगन, नेनुआ, झिंगनी, करैला, बोरो सहित अन्य फसलों को काफी फायदा हुआ हैा
लॉकडाउन के कारण बाजार ठप- बिहार में लॉकडाउन की वजह से आम और लीची अभी तक बाजार में नहीं आया है. मुजफ्फरपुर की लिची बीते साल में दूसरे राज्यों के लिए भी मार्केट में निकलता था. लेकिन इस साल सबकुछ लॉकडाउन की वजह से ठप पड़ा हुआ है.
Posted By : Avinish kumar mishra