बिहार में मानसून (Bihar Monsoon 2022) की सक्रियता अब बेहद कम हो गई है. प्रदेश में बारिश होगी लेकिन कहीं भी तेज या भारी बारिश जैसी कोई संभावना नहीं है. हालांकि मौसम विभाग ने उत्तर बिहार में हल्की मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना जताई है. वहीं, दक्षिण बिहार में वर्षा नहीं होने के आसार हैं. यानी कई जिलों में उमस भरी गर्मी फिलहाल बरकरार रहेगी.
झमाझम बारिश का दौर रुकने से किसानों के इरादों पर पानी फिर चुका है. मॉनसून की इस आंखमिचौली से बिहार के किसान बेहाल हो चुके हैं. मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम, उत्तर पूर्व और उत्तर मध्य बिहार के 19 जिलों में बेहद हल्की बारिश हो सकती है. इन जिलों में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा शामिल हैं.
मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो बिहार के दक्षिण पूर्व, दक्षिण पश्चिम और दक्षिण मध्य बिहार के कुछ जिलों में हल्की फुहारें पड़ सकती हैं. कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, भोजपुर, बक्सर, जहानाबाद, गया, शेखपुरा, नवादा, पटना, नालंदा, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, भागलपुर, मुंगेर, बांका और जमुई में बेहद हल्की बारिश के आसार हैं.
गौरतलब है कि बिहार में इस दफे मॉनसून ने लोगों के साथ-साथ मौसम विभाग को भी गजब छकाया है. कभी अचानक से ये सक्रिय हो जा रहा है तो भी सुस्त पड़ जा रहा है. मॉनसून की आंखमिचौली से दक्षिण बिहार के किसान बेहाल हो चुके हैं. धान की खेती के दौरान कमजोर मॉनसून किसानों पर गाज बनकर गिरा है. खेत में पानी की कमी से फसलों के लिए अब बोरिंग और मोटर ही एकमात्र सहारा रह गया है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 9 अगस्त तक बिहार में मॉनसून इसी तरह से आंखमिचौली खेलता रहेगा. यानी मौसम शुष्क रहने के आसार हैं.