बिहार: लीची तोड़ने पर 12 साल के बच्चे को मिली सजा-ए-मौत, कमरा बंद कर पार की हैवानियत की हदें
बिहार के सीतामढ़ी में दिलदहला देने वाली घटना सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि एक बच्चे की हत्या केवल थोड़े से लीची तोड़ने के कारण कर दी गयी. पेड़ से लीची तोड़ने के आरोप में दो बच्चों को कमरे में बंद करके बेरहमी से पिटाई की गयी.
Bihar Crime News: बिहार के सीतामढ़ी में दिलदहला देने वाली घटना सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि एक बच्चे की हत्या केवल थोड़े से लीची तोड़ने के कारण कर दी गयी. पेड़ से लीची तोड़ने के आरोप में दो बच्चों को कमरे में बंद करके बेरहमी से पिटाई की गयी. बताया जा रहा है कि घटना शनिवार शाम की है. स्थानीय दिग्घी गांव में कुछ बच्चे केल रहे थे. खेलते-खेलते वो बगना में लीची तोड़ने लगे. बगान से रखवाली करने वाले बच्चों को दौड़ाया. इसमें से दो बच्चे उसकी पकड़ में आ जाए. उसने दोनों बच्चों के कमरे में बंद करके जमकर पिटाई की. फिर दोनों को मृत समझकर झाड़ी में फेंककर भाग गया.
दूसरा बच्चा गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती
शाम में बच्चों के घर नहीं पहुंचने पर उसके माता-पिता तलाश में जूटे थे. तभी बगान के पास से गुजर रहे, एक ग्रामीण की नजर झाड़ी में पड़े बच्चों पर पड़ी. उन्होंने इसकी सूचना परिजनों को दी. परिजन जबतक मौके पर पहुंचते तब तक एक बच्चे की मौत हो गयी. जबकि, दूसरे को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया. घायल बच्चे ने अस्पताल में बताया कि हमलोग लीटी तोड़ रहे थे. वहां बाग की रखवाली कर रहे साइकिल मिस्त्री मकबूल बैठा था. उसकी पत्नी और बेटे ने दौड़ाकर उन्हें पकड़ लिया और फिर कमरे में बंद करके खुब मारा.
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आरोपी की चल रही तलाश: पुलिस
घटना के बारे में जानाकीर देते हुए एसपी मनोज कुमार ने बताया कि मामले में परिजनों के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. घटना के बाद से आरोपी अपने घर को छोड़कर फरार हैं. मृतक की पहचान दिग्घी गांव निवासी नागेंद्र गाई के पुत्र दीपक कुमार (12) के रूप में हुई है. जबकि, घायल बच्चे की पहचान गुड्डू (11) के रुप में हुई है. मृत बच्चे की पीठ, गाल और पैर पर चोट के निशान थे. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर ही है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद मामले की विशेष जानकारी मिल पायेगी.