देश के विकास में बिहारी डीएनए का खास योगदान, तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष पर बरसे मंत्री संजय झा

श्री झा ने कहा कि बिहारी डीएनए ने भारत के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास में गर्व के साथ अतुलनीय योगदान दिया है, दे रहा है और देता रहेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 1, 2022 7:56 PM

पटना. जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि तेलंगाना के शीर्ष पदों पर बिहार मूल के सुयोग्य अधिकारियों की तैनाती को लेकर तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी द्वारा दिया गया ‘बिहारी डीएनए’ संबंधी बयान उनकी ओछी मानसिकता का परिचायक है. इसकी कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक ऐसे क्षेत्र विशेष के प्रति कांग्रेस नेता की नफरत और घृणा को दर्शाता है, जिसने नौकरशाही और राष्ट्र निर्माण में व्यापक योगदान दिया है.

संजय कुमार झा ने कहा कि बिहारी मूल के लोगों से नफरत करने वाले ए रेवंत रेड्डी भूल जाते हैं कि इसी ‘बिहारी डीएनए’ ने भगवान बुद्ध, गुरु गोबिंद सिंह, सम्राट अशोक और चंद्रगुप्त मौर्य जैसे युग पुरुषों को जन्म दिया है.

बिहार लोकतंत्र की भी जननी है. यह ‘बिहारी डीएनए’ ही है, जिसने डा राजेंद्र प्रसाद के रूप में भारत को पहला राष्ट्रपति दिया. बिहारी डीएनए में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की अटूट आस्था ही थी कि उन्होंने इस महान भूमि को सत्याग्रह की शुरुआत के लिए चुना.

श्री झा ने कहा कि यह ‘बिहारी डीएनए’ ही है, जिसने नालंदा विश्वविद्यालय के रूप में भारत को पहला वैश्विक ज्ञान केंद्र दिया. यह आर्यभट्ट और वशिष्ठ नारायण सिंह का ‘बिहारी डीएनए’ है, जिन्होंने गणित और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.

रामधारी सिंह दिनकर, बाबा नागार्जुन, फणीश्वर नाथ रेणु जैसे महाकवियों को जन्म दिया. लोकनायक जयप्रकाश नारायण का ‘बिहारी डीएनए’ था, जिसने कांग्रेस के पतन का बीज बोया था. श्री झा ने कहा कि बिहारी डीएनए ने भारत के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास में गर्व के साथ अतुलनीय योगदान दिया है, दे रहा है और देता रहेगा.

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