बिहारवासी अब 250 रुपये दीजिए और घर पहुंचेगा जमीन का नक्शा, रिकॉर्ड रूम का झंझट ख़त्म
नक्शे की प्रति शीट कीमत-पैकेजिंग तथा डाक खर्च को लेकर मंथन हुआ. कहीं से भी बुकिंग और होम डिलिवरी पर प्रति नक्शा 250 रुपये लेने पर सहमति बनी है. बैंक और डाक विभाग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हो चुकी है.
पटना. राज्यवासियों को घर बैठे जमीन (मौजा) का नक्शा मंगाने की सुविधा नये साल से मिलने जा रही है. इसकी होम डिलेवरी की फीस राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने तय कर दी है.
नक्शे की होम डिलेवरी के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद प्रति कॉपी 250 रुपये लिये जायेंगे. दूरी के हिसाब से पैसा नहीं लगेगा. यानी अब राजधानी पटना का रैयत नक्शा मंगाये या 400 किमी दूर किशनगंज का किसान, दोनों को समान रूप से 250 रुपये प्रति शीट शुल्क चुकाना होगा.
बिहार सर्वेक्षण कार्यालय, गुलजारबाग, पटना से जनवरी के पहले सप्ताह से नक्शों की होम डिलेवरी की योजना है. विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने बुधवार को विभागीय उच्चाधिकारियों के साथ विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर समीक्षा बैठक की.
नक्शे की प्रति शीट कीमत-पैकेजिंग तथा डाक खर्च को लेकर मंथन हुआ. कहीं से भी बुकिंग और होम डिलिवरी पर प्रति नक्शा 250 रुपये लेने पर सहमति बनी है. बैंक और डाक विभाग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हो चुकी है.
एसीएस ने एनआइसी को योजना से संबंधित सॉफ्टवेयर सर्वेक्षण कार्यालय, गुलजारबाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं. बैठक में सर्वेक्षण करने वाली हवाई एजेंसियों के काम की समीक्षा की गयी.
आइआइसी, हैदराबाद के काम को असंतोषजनक पाया गया है. इस कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा गया है. कंपनी को ब्लैकलिस्टेड भी किया जा सकता है.
सामान्य प्रशासन विभाग ने मंगलवार को 19 जिलों में बंदोबस्त पदाधिकारियों की नियुक्ति की. अपर मुख्य सचिव ने सभी डीएम को आदेश दिया है कि जिला समाहरणालय के मुख्य भवन में सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों के लिए कार्यालय उपलब्ध कराया जाये.
निजी सहायक, आवास, वाहन आदि की भी सुविधा दी जायेगी. इन अफसरों को चार से आठ जनवरी तक पांच दिनों का राजस्व (सर्वे) प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण दिया जायेगा.
534 अमीनों को प्रशिक्षण संस्थान के अलावा सर्वेक्षण शिविरों में भी दिया जायेगा. इसके बाद सभी अंचलों में टीएस मशीन के साथ तैनात किया जायेगा.
बैठक में जय सिंह निदेशक, भू अभिलेख एवं परिमाप , राधेश्याम साह, विशेष सचिव, अखिलेश कुमार झा, पीआरओ राजेश सिंह, निदेशक मनोज कुमार झा आदि मौजूद थे.
Posted by Ashish Jha