पटना. भारत सरकार के केन्द्रीय कंपनी के मामलों के मंत्रालय ने बिहार से चल रही कंपनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. बिहार से निबंधित करीब 103 प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों को विभिन्न वजहों से बंद करने का आदेश दिया गया है.
इन कंपनियों को बंद करने के पीछे कई तरह की वजह बतायी जा रही है. कुछ कंपनी दूसरी कंपनी की आड़ में चलायी जा रही थी तो कुछ कंपनी का काम कोरोना काल में ठप पड़ गया था. कोरोनाकाल की वजह से बड़ी कंपंनी द्वारा लगाी गई इकाई में उत्पादन शुरू नहीं हो पाया था.
कंपनी रजिस्ट्रार की ओर से पहले ही कई बार इन कंपनियों के प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा जा चुका है, लेकिन कहीं से कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया. इसके बाद इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है.
इसके लिए पटना स्थित कंपनी रजिस्ट्रार ने इन कंपनियों के रजिस्ट्रेशन को लेकर आदेश निकला दिया है. आदेश में कहा गया है कि ये कंपनियां तय प्रावधानों के तहत कंपनी मामलों के मंत्रालय को रिपोर्ट नहीं कर रही थी.
इस आदेश के बाद अब ये कंपनियां अपना संचालन नहीं कर पायेंगी. ये कंपनी अपने नाम पर किसी तरह का पत्राचार भी नहीं कर पायेंगी. साथ ही नियमों के तहत इन कंपनियों को अपने सेट बकायेदारों से लेकर शेयर होल्डर्स या पार्टनर की वापस करने होंगे.
Posted by Ashish Jha