उत्क्रमित उच्च विद्यालय कुटौत में ठंड लगने से 12 छात्राएं हुईं बेहोश
दो-तीन दिनों से जिले में जारी शीतलहर के बीच शनिवार को उत्क्रमित उच्च विद्यालय कुटौत में ठंड के असर के कारण अचानक कई छात्राएं बेहोश हो गई.
बरबीघा. दो-तीन दिनों से जिले में जारी शीतलहर के बीच शनिवार को उत्क्रमित उच्च विद्यालय कुटौत में ठंड के असर के कारण अचानक कई छात्राएं बेहोश हो गई. एक के बाद एक बेहोश होकर छात्राओं के गिरने के कारण स्कूल में अफरा-तफरी मच गया. विद्यालय के प्राचार्य गजेंद्र पांडे के साथ अन्य शिक्षकों ने तुरंत विद्यालय में आग जलाकर छात्र-छात्राओं को ठंड से बचने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति बिगड़ती चली गई. इसके बाद तुरंत रेफरल अस्पताल बरबीघा को सूचित करके एंबुलेंस मंगाया गया. अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर फैजल अरशद ने तुरंत एक्शन लेते हुए सभी एंबुलेंस को विद्यालय भेज कर बेहोश हो चुके एक दर्जन बच्चों को अस्पताल में लाकर भर्ती करवाया. इस बीच विद्यालय में एक शिक्षक का शिल्पी कुमारी भी बेहोश होकर गिर पड़ी. बेहोश हो चुके बच्चों को अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करके इलाज शुरू किया गया. डॉक्टर फैजल अरशद ने बताया कि बच्चों को दवाई के साथ-साथ रूम बंद करके ब्लोअर चलाते हुए गरमागरम पेय पदार्थ पिलाया गया. इस दौरान डॉक्टर फैजल के साथ डॉक्टर रितु कुमारी और डॉक्टर नीतीश कुमार के अलावा लगभग आधा दर्जन से अधिक स्वास्थ्य कर्मी बच्चों की देखभाल में लगे रहे. करीब एक घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद बच्चों को होश में लाया जा सका. डॉक्टर फैजल अरशद ने बताया कि दौरान कई बच्चों को ऑक्सीजन भी लगाना पड़ गया. हालांकि सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है. दौड़ प्रतियोगिता के दौरान ही अचानक बेहोश होने लगी छात्राएं
वही, मामले को लेकर प्राचार्य गजेंद्र पांडे ने बताया कि पूछताछ के क्रम में पता चला कि कई बच्चियों भूखे पेट ही विद्यालय गई थी. विद्यालय में खेलकूद प्रतियोगिता चल रहा था. दौड़ प्रतियोगिता में कई बच्चों ने हिस्सा लिया था. दौड़ प्रतियोगिता के दौरान ही अचानक एक-एक करके कई बच्चिया बेहोश होकर गिरने लगी. शिक्षकों की तत्परता और डॉक्टरों की अथक मेहनत के बाद सभी बच्चों को बचा लिया गया. वही डॉक्टर फैजल अरशद ने बताया कि पूरा जिला शीतलहर की चपेट में है. ऐसे में लोगों को लोअर और अपर इनर पहनने के साथ-साथ अन्य गर्म कपड़े पहनना चाहिए.उन्होंने लोगी से आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकलने की आग्रह की है.कान और सिर को ढंककर रखने का सलाह दिया है. वही इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन से शीतलहर को देखते हुए स्कूल की समय सारणी में बदलाव करने या कुछ दिनों के लिए स्कूल बंद करने का भी अनुरोध किया है.
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