राष्ट्रीय लोक अदालत में 1260 मामले व 5.12 करोड़ का हुआ सेटेलमेंट
जिला विधिक सेवा सदन परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत में जज अनुराग गौरव ने लकवा से पीड़ित देवेंद्र महतो से वीडियो कॉलिंग कर छह साल पुराने मामले को महज छह मिनट में निपटाया.
बिहारशरीफ . जिला विधिक सेवा सदन परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत में जज अनुराग गौरव ने लकवा से पीड़ित देवेंद्र महतो से वीडियो कॉलिंग कर छह साल पुराने मामले को महज छह मिनट में निपटाया. वहीं ग्राम कचहरी के मामले भी काफी संख्या में निपटाए गए. अदालत की शुरुआत जिला जज हसमुद्दीन अंसारी, प्राधिकार के सचिव संजीव कुमार पांडेय, नालंदा जिला अधिवक्ता संघ के सचिव दिनेश कुमार व अन्य ने दीप जलाकर की. इस अवसर पर जिला जज ने कहा कि लोक अदालत आम लोगों को सुलह के आधार पर त्वरित एवं नि:शुल्क न्याय दिलाती है. इसका उद्देश्य सुदूरवर्ती इलाकों में समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय को पहुंचाकर आपसी सुलह बनाना है. ताकि कोई भी व्यक्ति न्याय से वंचित न रह सके. इसमें बैंक, क्लेम केस, बिजली विभाग समेत एक हजार 260 मामलों में लगभग पांच करोड़ 12 लाख का सेटेलमेंट किया गया. लोक अदालत में बैंकों द्वारा भी इस अवसर पर विशेष छूट का लाभ लोनियों को मिला. जिला जज पूरे दिन अदालत की कार्रवाई की मॉनिटरिंग करते रहे. इस दौरान लोगों की समस्याओं को सुनकर उनके मामले के निपटारे में सहयोग किया. किसानों के लिए खेती का महत्वपूर्ण समय धान बुआई रहने के बाद भी लोग काफी संख्या में पहुंचे और अपने मामले को निपटाया. इस अदालत में वन विभाग के कई मामले आए. लेकिन, अधिकारियों की उदासीनता की वजह से वन से संबंधित एक भी मामलों का सेटलमेंट नहीं हुआ.
सात मामलों की वीडियो के माध्यम से जज ने की सुनवाई :
इस कोर्ट में एक बड़ा ही रोचक मामला सामने आया . लगभग छह साल से बिंद थाना क्षेत्र के अमावां गांव निवासी शिवम कुमार, सिंटू पांडेय, चंदन कुमार व बजरंगी सिंह न्यायालय में आ रहे थे. दोनों पक्षों के बीच सुलह भी हो गया. लेकिन, सूचक देवेंद्र महतो के लकवा ग्रस्त हो जाने के कारण वे अदालत में नहीं पहुंच सके. इस बीच शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत में सभी चारों आरोपित आए और बेंच नंबर आठ के जज अनुराग गौरव से अपनी समस्या बतायी. इसके बाद उन्होंने सूचक देवेंद्र महतो से वीडियो कॉल पर बात कर उनके द्वारा सहमति दिए जाने पर मामले को निपटाया. इस तरह के लगभग सात मामलों में उन्होंने वीडियो कॉलिंग कर मामले को निपटाया. बेंच में जज अखौरी अभिषेक सहाय, रणविजय कुमार, कुलदीप, योगेंद्र कुमार शुक्ला, अमित गौरव, अभय सिंह, करिश्मा कुमारी, अनुराग गौरव, राजा शाह, रोहित कुमार वर्मा, वर्षा कुमारी, कुमारी सुलोचना, शंभू कश्यप, रवि प्रकाश, नीतू कुमारी, शंभू कुमार, प्रमोद कुमार, मुकुंद माधव, मंजीत कुमार, कौशल कुमार व अन्य ने सहयोग किया.
किस बैंक में कितने का हुआ सेटलमेंट :डीबीजीबी – 242 मामले – 1.09 करोड़
एसबीआई – 74 मामले – 67 लाख
यूनियन बैंक – 89 मामले – 5 लाखबिजली विभाग – 172 मामले – 13 लाख
टेलीफोन – 36 मामले – 55 हजारक्लेम केस – 12 मामले – 1.35 करोड़
माप तौल – 2 मामले – 4 हजारडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है