बिहारशरीफ : कोरोना को लेकर 25 मार्च से लॉकडाउन लागू किया गया. इसके पूर्व ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वालों की काफी जिला परिवहन कार्यालय में लगी रहती थी, लेकिन ड्राइविंग डेस्ट नहीं हो पाया. लॉकडाउन की समाप्ति के बाद पहली बार शुक्रवार को महज 15 लोग ही ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट देने परिवहन कार्यालय में आये. जबकि, दर्जनों आवेदन यूं ही रखा है. लॉकडाउन लागू होने के बाद लगातार वाहन चेकिंग अभियान चलता रहा, जिसमें कई लोगों के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिले, लेकिन वैसे लोग आदेवन जमा का बहाना बनाये. अब जबकि परिवहन कार्यालय सहित सभी कार्यालयों में सुचारु रूप से कार्य शुरू हो गया परिवहन कार्यालय में लर्निंग व स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए प्रतिदिन दर्जनों लोग चालान जमा करने आ रहे हैं. स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए परिवहन कार्यालय में प्रत्येक शुक्रवार को मोटरयान निरीक्षक द्वारा टेस्ट लिया जाता है. इस टेस्ट में जो सफल होते हैं, उन्हीं का स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत किया जाता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
दो पहिया अथवा चार पहिया वालों को ड्राइविंग लाइसेंस लेने के लिए टेस्ट देना पड़ता है. लॉकडाउन के बाद शुक्रवार को महज 15 लोग ही टेस्ट देने आये हैं. सफल होने के बाद लाइसेंस निर्गत किया जाता है. अभी दर्जनों का आवेदन आया हुआ है. अगले दिन टेस्ट में आयेंगे, तभी उनका लाइसेंस निर्गत किया जायेगा.
संजय कुमार, एमवीआइ, नालंदा