जल जीवन हरियाली अभियान से अब तक लगाये गये 2.39 लाख पौधे

जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 के जल जीवन हरियाली अभियान योजना से अब तक दो लाख दो लाख 39 सौ 10 पौधे लगाये गये हैं. गत 20-22 दिनों से बरसात का मौसम शुरू हुआ है, तब से पौधा लगाने में काफी तेजी आयी है. मंगलवार की देर शाम तक जल जीवन हरियाली से पौधा लगाने में इस्लामपुर प्रखंड बबसे अव्वल और अस्थावां सबसे फिसड्डी है. ओवर ऑल जिले में लक्ष्य का 40.14 प्रतिशत पौधा लगाये गये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 16, 2024 9:57 PM

बिहारशरीफ. जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 के जल जीवन हरियाली अभियान योजना से अब तक दो लाख दो लाख 39 सौ 10 पौधे लगाये गये हैं. गत 20-22 दिनों से बरसात का मौसम शुरू हुआ है, तब से पौधा लगाने में काफी तेजी आयी है. मंगलवार की देर शाम तक जल जीवन हरियाली से पौधा लगाने में इस्लामपुर प्रखंड बबसे अव्वल और अस्थावां सबसे फिसड्डी है. ओवर ऑल जिले में लक्ष्य का 40.14 प्रतिशत पौधा लगाये गये हैं. जिले में इस सीजन कुल पांच लाख 82 सौ पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है. जिसमें 99 हजार 60 फलदार, तीन लाख 23 हजार 240 इमारत लकड़ी और 85 हजार 900 महोगनी के पौधे लगाये जाने हैं. अब तक जिले में औसतन कुल लक्ष्य के 4012 प्रतिशत पौधारोपण हुए हैं. इसमें प्रखंड स्तर पर इस्लामपुर में सबसे अधिक 46.14 प्रतिशत और सबसे कम 17.17 प्रतिशत अस्थावां प्रखंड में पौधा लगाये गये हैं. बेन, बिहारशरीफ, इस्लामपुर और एकंगरसराय प्रखंड में लगाये गये कुल 1400 पौधों को जानवारों से सुरक्षा के लिए बांस से घेराव किये गये हैं. बताया जाता है कि बरसात शुरू होने के बाद से नदी, पोखर, आहर, पइन, तालाब के तटबंधों समेत नवनिर्मित सड़कों किनारे पौधा लगाने के कार्य में तेजी आयी है. किसान भी निजी जमीनों पर पौधा लगाने में रुचि दिखाने लगे हैं. अब तक 10 हजार 250 फलदार, 18 हजार 660 इमारती लकड़ी वाला और 22 सौ 80 महोगनी तथा 3210 अन्य किस्म के पौधे लगाये गये हैं. इस वर्ष के बरसात से विभाग काफी उत्साहित है. विभाग को उम्मीद है कि इस वर्ष लक्ष्य से अधिक पौधारोपण किया जायेगा. मनरेगा के अतिरिक्त वन विभाग, आत्मा व कृषि विभाग, उद्यान विभाग, बागवानी मिशन आदि के भी अलग-अलग योजना से प्रति वर्ष हजारों पौधारोपण कराये जाते हैं. आमतौर पर मनरेगा योजना से प्रति पौधा की सुरक्षा पर एक साल में पांच सौ से अधिक राशि खर्च किये जाते हैं. नर्सरी, खाद, कीटनाशक अतिरिक्त खर्च होता है. मनरेगा अंतर्गत जल जीवन हरियाली अभियान से लगाये गये पौधों को पांच साल तक सुरक्षा व पटवन की व्यवस्था होती है, जिसके लिए प्रति दो सौ पौधों पर एक वनपोषक की नियुक्ति होती है. फिलहाल वर्ष 2024-25 के जल जीवन हरियाली अभियान के लिए पांच लाख 82 हजार पौधारोपण का लक्ष्य तय किया गया है, जिसका सरकारी स्तर पर नौ जून पर्यावरण दिवस से शुरुआत भी कर दी गयी है. ग्रामीण अभिकरण विभाग की ओर से निजी जमीन पर पौधारोपण करने के इच्छुक किसानों को मनपसंद किस्म के पौधे भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं. साथ ही दो सौ पौधे लगाने और उसकी देखरेख करने वाले किसानों को अगले पांच वर्षों के लिए विभाग 1960 रुपये मासिक सहयोग राशि भी दे रही है. विभाग का मानना है कि फलदार पौधे लगाने से किसानों की आमदनी बढ़ेगी. इसलिए जल जीवन हरियाली अभियान के तहत आम, अमरूद, जामुन, कटहल, शरीफा लगाये जा रहे हैं. किसानों द्वारा महोगनी एवं सागवान जैसे इमारती लकड़ी वाले पौधे भी लगाये जाते हैं. मनरेगा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि जिले के सभी पंचायत रोजगार सेवकों को अधिक से अधिक पौधारोपण का निर्देश दिया गया है. उम्मीद है कि जुलाई के अंत तक लक्ष्य से अधिक पौधारोपण का काम पूरा कर लिया जायेगा. प्रतिदिन जल जीवन हरियाली योजना से लगाये गये पौधों की रिपोर्ट पंचायत रोजगार सेवकों से ली जा रही है. साथ ही पौधारोपण कार्य का औचक निरीक्षण भी किया जा रहा है. निजी जमीन पर पौधे लगाने के लिए किसानों को भी प्रेरित किया जा रहा है.

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