नये वर्ष का तोहफा : राजगीर में खुलेगा 50 बेड का आयुष अस्पताल

जिले के लोगों के लिए नये वर्ष की शुरुआत एक अच्छी खबर के साथ हुई है. केंद्र सरकार ने राजगीर में 50 बेड का आयुष अस्पताल निर्माण की अनुमति दे दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 31, 2024 10:15 PM

बिहारशरीफ.

जिले के लोगों के लिए नये वर्ष की शुरुआत एक अच्छी खबर के साथ हुई है. केंद्र सरकार ने राजगीर में 50 बेड का आयुष अस्पताल निर्माण की अनुमति दे दी है. इसके लिए राजगीर में जमीन तलाश भी शुरू कर दी गयी है. बिहार सरकार ने करीब नौ साल पहले विदेशी पर्यटकों आकर्षित करने के लिए पंचकर्म और योग युक्त मल्टी स्पेशियलिटी आयुष चिकित्सालय बनाने की मांग की थी जिसकी अनुमति चार नवंबर को मिली है. इसको लेकर तीन दिन पहले राज्य आयुष समिति, पटना की टीम राजगीर का स्थल भ्रमण करने आयी थी. गत माह राज्य आयुष समिति, स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार के कार्यपालक निदेशक डॉ आदित्य प्रकाश ने जिला पदाधिकारी, नालंदा को एक पत्र जारी कर राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत राजगीर में 50 बेड का विस्तरयुक्त एकीकृत आयुष अस्पताल बनाने के लिए भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. जमीन का वितरण आयुष मंत्रालय, भारत सरकार को जल्द से जल्द भेजने के लिए कहा गया है, ताकि राज्य वार्षिक कार्य योजना (एसएएपी) के तहत राजगीर में 50 बेड का आयुष अस्पताल बनाया जा सके. यह अस्पताल जिले का पहला 50 बेड का मल्टी स्पेशियलिटी चिकित्सालय होगा, जहां पंचकर्म और योग के जरिये जटिल बिमारियों का इलाज किया जायेगा. इस अस्पताल में चिकित्सा अधीक्षक, आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी के चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी एवं रेजिडेंट चिकित्साधिकारी, योग प्रशिक्षक, सहायक मैट्रेन, लेखाधिकारी, नर्सिंग स्टाफ, पंचकर्म टेक्निशियन, फार्मासिस्ट, प्रयोगशाला तकनीशियन, फिजियोथैरैपिस्ट सहित अन्य कर्मचारियों की तैनाती होगी. इस अस्पताल में स्त्री व प्रसूती रोग के साथ अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम होगी. यहां एक छत के नीचे पारम्परिंक चिकित्सा पद्धितियों आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, रोग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से लोगों को सर्वांगीण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी. अस्पताल में सर्जरी के लिए ओटी कक्ष, सामान्य प्रसव के लिए लेबर रूम, आंखों और कान के लिए जांच सुविधा, पैथोलॉजी, पंचकर्म के माध्यम से शोधन चिकित्सा, यूनानी की कंपन्न थेरेपी, बच्चों में रोग प्रतिरोधन क्षमता को बढ़ाने संबंधी इलाज, क्षारसूत्र, आंचल प्रसूता केंद्र होंगे. आयुर्वेदिक अस्पताल में आयुर्वेद की विशिष्ट चिकित्सा पद्धति पंचकर्म के लिए एक अलग ब्लाॅक का निर्माण किया जायेगा, जिसमें स्नेहन, स्वेदन, वमन, विरेचन, शिरोधारा, बस्ति आदि चिकित्सकीय क्रियाओं के लिए समस्त सुविधाएं होंगी.

आयुष अस्पताल में होगा योग कक्ष :

आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी सहित अन्य पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए 50 बेड का आयुष अस्पताल बनाया जा रहा है. इस अस्पताल में एक योग कक्ष भी बनाया जायेगा, जहां तैनात योग प्रशिक्षक लोगों को योग के जरिए निरोग रहने का हुनर सिखायेंगे. इसके निर्माण के बाद जिले में आयुर्वेदिक उपचार की बड़ी सुविधा मिल जायेगी. अब तक इस प्रकार का आयुर्वेदिक अस्पताल सूबे में सिर्फ पटना ही है, जहां रोगियों को भर्ती कर इलाज कराने की सुविधा उपलब्ध है.

डॉ रत्नेश्वर शर्मा, जिला देसी चिकित्सा पदाधिकारी, नालंदा

क्या कहते हैं अधिकारी

राज्य आयुष समिति, स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार के कार्यपालक निदेशक ने राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत राजगीर में 50 बेड का विस्तरयुक्त एकीकृत आयुष अस्पताल बनाने के लिए भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार 50 बेड के अस्पताल के निर्माण के लिए एक एकड़ भूमि की आवश्यकता है. जिला प्रशासन राजगीर में उपयुक्त भूमि की पहचान करने के लिए सीओ को कहा गया है.

मंजीत कुमार, एडीएम, नालंदा

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version