राजगीर. नगर परिषद राजगीर के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी सहित वित्तीय अनियमित एवं फर्जीवाड़ा में शामिल कार्यालय कर्मचारियों के विरुद्ध ””””प्रपत्र क”””” गठित करने का आदेश डीएम शशांक शुभंकर द्वारा दिया गया है. पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी मो जफर इकबाल के अलावा वित्तीय अनियमितता और फर्जीवाड़ा में शामिल कर्मचारियों की पहचान अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा आरंभ कर दी गई है . एसडीओ कुमार ओमकेश्वर ने यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि जिला पदाधिकारी को नगर परिषद, राजगीर में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता और फर्जीवाड़ा करने की शिकायत मिली है. उन्हें शिकायतों के आलोक में यह कार्रवाई करने का आदेश निर्गत किया गया है. इसके अलावा नगर परिषद में साफ सफाई के लिए नियुक्त आउटसोर्सिंग ठेकेदार के खिलाफ भी कार्रवाई आरंभ की गई है. कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार द्वारा आउटसोर्सिंग ठेकेदार से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. बताया जाता है कि आउटसोर्सिंग ठेकेदार द्वारा गलत कागजात प्रस्तुत कर ठेका लिया गया है. कार्यपालक पदाधिकारी के अनुसार आउटसोर्सिंग ठेकेदार के विरुद्ध फर्जीवाड़ा की जांच की जा रही है. उनके द्वारा संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं देने के बाद कठोर दंडनात्मक कार्रवाई की जायेगी. सूत्रों के अनुसार आउटसोर्सिंग ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करते हुए उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का भी आदेश निर्गत किया गया है. डीएम के इस कार्रवाई से नगर परिषद में फिर से हड़कंप मच गया है. कोई भी पदाधिकारी और कर्मचारी इस संबंध में कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. बताया जाता है कि डीएम के आदेशानुसार नगर परिषद के चर्चित पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी मो जफर इकबाल के अलावा आधे दर्जन कार्यालय कर्मियों पर निलंबन की गाज गिरना लगभग तय है.
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