बिहारशरीफ. एक बार फिर नालंदा जिला पेपर लीक मामले को लेकर सुर्खियों में आ चुका है.दरअसल इन दिनों पूरे देश में नीट पेपर लीक मामले को लेकर राजनीतिक सरगर्मी काफी तेज है.पेपर लीक मामले को लेकर छात्र-छात्राओं में काफी आक्रोश दिख रहा है और वह सड़कों पर उतरकर लगातार कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.हालांकि नीट पेपर लीक मामले को लेकर राज्य और केंद्र की सरकार के द्वारा जांच के आदेश के बाद करवाई तेज हो गयी है . पेपर लीक मामले का तार नालंदा जिले से जुड़ने के बाद इलाके में खलबली मच गई.गिरफ्तार पिता संजीव मुखिया और पुत्र डॉक्टर शिव कुमार जिले के नगरनौसा प्रखंड के भुतहाखार पंचायत के रहने वाले है. बताते चलें कि यह पहला मामला नहीं है. इसके पूर्व भी सिपाही भर्ती परीक्षा से लेकर बीपीएससी समेत अन्य परीक्षाओं की पेपर लीक में इन दोनों का नाम सामने आया है. इस पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि लगातार पेपर लीक मामले में पिता पुत्र का नाम आने के बाद इस पंचायत और का नाम काफी बदनाम हुआ है. मुखिया के कार्यकाल के दौरान भी कई प्रकार की अनियमिता इस पंचायत में आ चुका है.वहीं इसी पंचायत के शाहपुर गांव के ग्रामीणों ने कहा कि पहले भी संजीव मुखिया और उनके पुत्र डॉक्टर शिव का नाम पेपर लीक मामले में आ चुका है. शाहपुर गांव में ही सांसद मद से एक सड़क ढलाई निर्माण में भी काफी धांधली हुई थी उसमें भी संजीव मुखिया का नाम सामने आया था. ग्रामीणों ने बताया कि पैसे के बल पर संजीव मुखिया ने अपनी राजनीतिक पहचान बनाई और अपनी पत्नी ममता कुमारी को हरनौत विधानसभा से जेडीयू के खिलाफ लोक जनशक्ति पार्टी से चुनाव भी लड़वाया था. हालांकि इस चुनाव में उनकी पत्नी की करारी हार भी हुई थी.
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