विश्व एड्स दिवस पर निकाली गयी जागरूकता रैली

एचआईवी से संक्रमित होने के आठ साल बाद एड्स के लक्षण दिखते हैं. कभी-कभार तो 10 साल बाद भी इसके लक्षण नहीं दिखते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | December 1, 2024 9:47 PM
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बिहारशरीफ. एचआईवी से संक्रमित होने के आठ साल बाद एड्स के लक्षण दिखते हैं. कभी-कभार तो 10 साल बाद भी इसके लक्षण नहीं दिखते हैं. एक बार संक्रमण होने के बाद इसे ठीक नहीं किया जा सकता है. अबतक यह बीमारी लाइलाज है. ऐसे में बचाव ही एकमात्र उपाय है. हमें हमेशा सतर्क व सावधान रहना चाहिए. इसके लिए समाज में जागरूकता लानी होगी. एचआईवी संक्रमण से जागरूकता से ही लोगों को बचाया जा सकता है. विश्व एड्स दिवस पर रविवार को सदर अस्पताल में रैली निकालकर लोगों को एड्स से बचाव की जानकारी दी गयी. इसके बाद सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में सेमिनार हुआ. इसमें डॉक्टरों ने लोगों को इससे बचाव के उपाय बताए गए. सेमिनार में डीएस डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि हम थोड़ी सी सावधानी बरतकर इस संक्रमण से बच सकते हैं. कई बार हमारी थोड़ी सी लापरवाही हमपर भारी पड़ती है. इसकी चपेट में आने पर इस वायरस का असर हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है. डॉ. सुजीत कुमार अकेला ने कहा कि एचआईवी संक्रमण के बाद हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता घटने लगती है. इस कारण अन्य बीमारियों का प्रकोप बढ़ने की आशंका रहती है. यह एक जानलेवा बीमारी है. यह 20वीं सदी की सबसे खतरनाक बीमरियों में से एक है. इसने अब तक पूरी दुनिया में 29 लाख से अधिक लोगों की जान ली है. यह असुरक्षित यौन संबंध बनाने, संक्रमित सूई लेने या संक्रमित रक्त के संपर्क में आने से हो सकता है. इससे बचकर हम एड्स से बच सकते हैं. अपनी सेहत पर खुद ही ध्यान देना चाहिए. सेमिनार में एड्स परामर्शी रीता कुमारी, दीपाराम चौधरी व अन्य ने अपने विचार व्यक्त किए.

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