हिलसा में बेबी कॉर्न की खेती शुरू
बुधवार को हिलसा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सत्येंद्र प्रसाद की उपस्थिति में प्रखंड क्षेत्र के उत्तरी कोयरी टोला में किसान सुबोध कुमार वर्मा के खेत में बेबी कार्न मक्का लगाया गया.
हिलसा. बुधवार को हिलसा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सत्येंद्र प्रसाद की उपस्थिति में प्रखंड क्षेत्र के उत्तरी कोयरी टोला में किसान सुबोध कुमार वर्मा के खेत में बेबी कार्न मक्का लगाया गया. इस दौरान अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सत्येंद्र प्रसाद ने बताया कि हिलसा प्रखंड में पहली बार बेबी कॉर्न मक्का खेतों में लगाया गया है ताकि हिलसा में भी इसका अच्छी पैदावार हो सके. दुनिया भर में मक्के की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. मक्के का इस्तेमाल कई खाद्य उत्पादों को बनाने के लिए किया जाता है. खासकर स्नैक्स बनाने में मक्के का इस्तेमाल सबसे अधिक किया जा रहा है. आपको बता दें भारत में मक्का खरीफ और रबी दोनों ही सीजन में उगाया जाता है. हालाँकि, अगर आप बेबी कॉर्न की खेती करते हैं, तो भी आप भारी मुनाफा कमा सकते हैं. केंद्र और राज्य सरकारें भी किसानों को मक्के की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं. इस खेती से किसान साल में तीन-चार बार कमाई कर सकते हैं. अनुमंडल कृषि पदाधिकारी श्री सतेन्द्र ने बताया कि बेबी कॉर्न का उपयोग सलाद, सूप, सब्जी, अचार, पकौड़ा, कोफ्ता, टिक्की, बर्फी लड्डू हलवा, खीर आदि के रूप में किये जाते हैं. किसानों के प्रोत्साहन और बाजार की जानकारी दी गयी. बेबी कॉर्न एक स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन है और पत्तियों में लिपटा होने के कारण यह कीटनाशकों के प्रभाव से मुक्त होता है. बेबी कॉर्न में फास्फोरस प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होती है. इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और विटामिन भी उपलब्ध होते हैं. कोलेस्ट्रॉल मुक्त और फाइबर से भरपूर होने के कारण यह कम कैलोरी वाला आहार है जो कई रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है. इस मौके पर कृषि समन्वयक संजय कुमार मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है