बिहारशरीफ. गांव में संपत्ति के लालच में एक बेटे ने कुदाल से प्रहार कर अपनी मां की हत्या कर दी. मृत श्याम सुंदरी देवी (78 वर्ष) रूपनचक गांव निवासी स्व लाला चौहान की पत्नी थी. घटना की सूचना मिलते ही हिलसा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कृष्ण मुरारी प्रसाद व थानाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन की और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
ग्रामीणों ने बताया कि श्याम सुंदरी देवी के दो पुत्र थे, जिसमें एक पुत्र विरल चौहान की मौत पहले ही हो चुकी है. दूसरा पुत्र सुरेंद्र चौहान अपनी मां के साथ रहता था. सुरेंद्र संपत्ति लिखवाने को लेकर अपनी मां के साथ हमेशा मारपीट और गाली-गलौज करते रहता था. जब श्याम सुंदरी देवी ने संपत्ति उसके नाम नहीं की तो उसने कुदाल से प्रहार कर हत्या दी. घटना के संबंध में मृतका के पुत्र स्व विरल चौहान की पत्नी मुन्ना देवी ने इस्लामपुर थाने में आवेदन दिया है. पुलिस हत्यारे बेटे की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
मां चार हिस्सों में बांटना चाहती थी संपत्ति
ग्रामीणों ने बताया कि श्यामसुंदरी देवी के पहले पति की मौत के बाद उनकी दूसरी शादी हुई थी. पहले पति से उनको एक बेटा था. दूसरे पति से भी उसे एक पुत्र हुआ. चार साल पहले उनके बड़े बेटे विरल चौहान की मौत हो गयी. उसको एक बच्चा है, जबकि छोटे बेटे सुरेंद्र के तीन बच्चे हैं. वह अक्सर संपत्ति लिखने के लिए मां पर दबाव डालता था, लेकिन उसकी मां संपत्ति को चार हिस्सों में बांटना चाह रही थी. शनिवार की रात भी सुरेंद्र अपनी मां पर संपत्ति लिखने के लिए दबाव डाल रहा था. इसी बीच दोनों के बीच कहा-सुनी होने लगी. बात इतनी बढ़ गयी कि उसने पास रखी कुदाल से अपनी मां के शरीर पर कई जगहों पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. हत्या के बाद वह अपने तीनों बच्चों के साथ गांव छोड़कर फरार हो गया. सुबह काफी देर तक घर का दरवाजा नहीं खुलने पर ग्रामीणों ने अंदर झांक कर देखा तो कमरे में श्यामसुंदरी देवी खून से लथपथ पड़ी हुई थी.