बंगाल में महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में निकाला गया कैंडल मार्च

पश्चिम बंगाल में बीते 8 अगस्त को आर जी कार अस्पताल मे ड्यूटी पर तैनात एक महिला चिकित्सक के साथ गैंगरेप के बाद हुई हत्या के मामले में पूरे देश में जन आक्रोश बढ़ता जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 17, 2024 9:15 PM
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बरबीघा. पश्चिम बंगाल में बीते 8 अगस्त को आर जी कार अस्पताल मे ड्यूटी पर तैनात एक महिला चिकित्सक के साथ गैंगरेप के बाद हुई हत्या के मामले में पूरे देश में जन आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इस मामले में बरबीघा में भी शनिवार की देर संध्या कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया.बरबीघा नगर क्षेत्र के थाना चौक से लेकर श्री कृष्ण चौक तक निकाली गई कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में डॉक्टर, महिला स्वास्थ्य कर्मी, समाजसेवी के साथ आम जनता शामिल हुए. हाथों में तख्ती लिए ये लोग पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी देने की मांग करते दिखे.श्री कृष्ण चौक पर पहुंचकर लोगों ने 2 मिनट का मौन रखकर मृतक डॉक्टर की आत्मा के लिए भगवान से प्रार्थना भी किया.इस अवसर पर कैंडल मार्च की अगुआई कर रहे डॉ आनंद कुमार ने कहा कि पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना की जितनी निंदा की जाए कम है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक स्तर पर पहल होनी चाहिए.वही डॉ रितु कुमारी ने कहा कि घटना के बाद देश भर के महिला डॉक्टर के अंदर असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है.खुद को असुरक्षित महसूस करने वाले महिला डॉक्टर कभी भी सही तरीके से ड्यूटी नहीं कर पाएगी. मौके पर मौजूद डॉक्टर गौरव कुमार, डॉ हर्ष, डॉक्टर रुपेश कुमार, डॉ राजीव कुमार, डॉ मुकेश कुमार, डॉ शिवम् सोनाली आदि लोगों द्वारा भी इस घटना की कड़ी निंदा की गई. इस कैंडल मार्च में शामिल हुई लोजपा रामविलास की प्रदेश युवा महासचिव सीमा सिंह ने कहा की महिला डॉक्टर के साथ जघन्य अपराध हुई है. दोषियों को फांसी से कम की सजा कभी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में जब भी कभी किसी महिला के साथ रेप की घटना हो तो आरोपी को सिर्फ और सिर्फ फांसी की सजा होनी चाहिए. बताते चलें कि बीते 9 अगस्त की रात को महिला चिकित्सक मौमिता देवनाथ के साथ आरजी कर अस्पताल में गैंगरेप के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. घटना की जांच सीबीआई कर रही है. लेकिन देशभर के चिकित्सा जांच से अभी तक का संतुष्ट नही हैं. शनिवार को देशभर में सुबह 6:00 से लेकर रविवार सुबह 6:00 बजे तक ओपीडी बाधित रखने का भी ऐलान किया गया था. ओपीडी बंद रहने से शनिवार को दिन भर सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मरीज इलाइज के लिए परेशान होते रहे. इस अवसर पर समाजसेवी मुकेश कुमार उर्फ चिंटू सिंह, दीपू कुमार, सुमन कुमारी, जयशंकर भदानी, अरुण सेठ,सीएचओ काजल कुमारी, सहित काफी संख्या में लोगों का सहयोग रहा.

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