मछली एक्सपोर्ट कंपनी के नाम साइबर फ्रॉड गिरफ्तार
जिला मुख्यालय स्थित बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र शाखा से लगभर डेढ़ करोड़ रूपये का साइबर फ्रॉड कारोबार करने वाला नालंदा का मास्टर माईंड को शेखपुरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
शेखपुरा. जिला मुख्यालय स्थित बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र शाखा से लगभर डेढ़ करोड़ रूपये का साइबर फ्रॉड कारोबार करने वाला नालंदा का मास्टर माईंड को शेखपुरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस आरोपी ने मछली कारोबारी बनकर साइबर ठगी के लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की निकासी भी कर ली है.इस मामले में आरोपी शंभू केवट को साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया गया. शंभू केवट नालंदा जिले के सरमेरा थाना अंतर्गत मोहद्दीपुर गांव का रहने वाला है. उसके पास से एटीएम कार्ड, मोबाइल, मोटरसाइकिल, पैन कार्ड और कुछ नगदी राशि भी बरामद किया गया. इस दौरान दुसरा आरोपी बाढ़ का निवासी थी भागने में सफल हो गया. गिरफ्तार युवक ने बताया कि वह और उनका साथी दोनों दिल्ली में काम करते थे वहीं, जान पहचान हुई. इसी दौरान उससे परिचित साथी में कहा कि बैंक में एक खाता खुलवा लो, कुछ कुछ आमदनी दिलवा देंगे. गिरफ्तार युवक ने बताया कि खाता खुलवाने ने भी उसी युवक का हाथ था. उस युवक ने ही उसे शेखपुरा स्थित बैंक चलने की बात कही. दोनों जब बैंक के अंदर आए तो मैनेजर ने एक करोड़ 57 लाख की राशि खाता में जमा निकासी होने की बात आई. इस दौरान उसका बाढ़ का साथी युवक किसी बहाने से बाहर भाग निकलने में सफल रहा. वहीं,शंभू केवट को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस सूत्रों ने बताया की आरोपी ने साइबर फ्रॉड कारोबार को अंजाम देने के लिए मेसर्स शंभू फीस सप्लायर के नाम से खाता खुलवाया. इस खाते से 14 जनवरी 2025 से 10 फ़रवरी 2025 तक एक माह में 1.59 करोड़ बैंक खाते में जमा और 1.56 करोड़ की हुई निकासी किया गया है.
10 करोड़ की इंटरनेट बैंकिंग की लिमिट बढ़ाने के प्रार्थना पर भी एक युवक हो चूका है गिरफ्तार.
एक सप्ताह पूर्व भी बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र शाखा में इंटरनेट बैंकिंग की लिमिट 10 करोड रुपए तक बढ़ाने के प्रार्थना पर शाखा प्रबंधक ने संदेह के आधार पर पुलिस को सुचना दी थी. साइबर थाना पुलिस ने इस मामले में सदर थाना क्षेत्र के बरूई गांव निवासी खारो पंडित उर्फ खारो प्रसाद के पुत्र दिलीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया था.उसके खिलाफ स्थानीय साइबर थाना मंप प्राथमिकी दर्ज करते हुए उसे जेल भेज दिया. गिरफ्तार युवक दिलीप कुमार ने 15 अप्रैल 2024 को बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र में अपना खाता खुलवाया था. 29 जनवरी को अपने खाता के इंटरनेट बैंकिंग की लिमिट राशि बढ़ाने की प्रार्थना की थी. उसके बाद से ही शाखा प्रबंधक को उस पर संदेह हुआ. शाखा प्रबंधक द्वारा उस खाते की मॉनिटरिंग शुरू की गई. खाता संख्या 60487378208 पर प्रतिदिन अनेको बार छोटी-छोटी राशि का क्रेडिट होता रहा. इस संबंध में खाता संचालक से पूछताछ करने पर पता चला कि कोई अभिषेक नाम का व्यक्ति उसके कहने पर व्यापार के नाम पर मैसर्स आरकेपी कंस्ट्रक्शन के नाम से नेट बैंकिंग और यूपीआई संचालित कर रहा है. चेक बुक, एटीएम कार्ड, मोबाइल नंबर आदि अभिषेक के पास ही है. इसके बदले में वह दिलीप को नियत कमीशन देने को कहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है