ठाकुरबाड़ी के जमीन को दबंगों के चंगुल से मुक्त करने की मांग
जिले के बरबीघा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कुसेढ़ी गांव में स्थित श्री राम जानकी ठाकुरबाड़ी के संपत्ति पर वर्षों से कब्जा जमाए दबंग के चंगुल से संपत्ति को ग्रामीणों के द्वारा मुक्त कराने की मांग गई है.
बरबीघा. जिले के बरबीघा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कुसेढ़ी गांव में स्थित श्री राम जानकी ठाकुरबाड़ी के संपत्ति पर वर्षों से कब्जा जमाए दबंग के चंगुल से संपत्ति को ग्रामीणों के द्वारा मुक्त कराने की मांग गई है. मामले को लेकर ग्रामीणों के द्वारा इस संबंध में अंचलाधिकारी को आवेदन भी दिया गया है.हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि अंचलाधिकारी को आवेदन दिए हुए चार माह से अधिक का समय हो चुका है. लेकिन अब तक अंचल अधिकारी के द्वारा मामले पर संज्ञान नहीं लिया गया है. इस संबंध में ग्रामीण शिवशंकर सिंह, कन्हैया कुमार, राजीव रंजन, अमन कुमार आदि ने बताया कि वर्ष 1955 में ग्रामीण स्वर्गीय डोमन सिंह के द्वारा 16 बीघा जमीन दान देकर ठाकुरबाड़ी का निर्माण करवाया गया था.उस समय ठाकुरबाड़ी के नाम से जमीन का केवाला करवा करके उसकी देखरेख के लिए गांव के कई लोगों को जिम्मेदारी दी गई थी. लेकिन 10 वर्ष पहले उस समय ठाकुरबाड़ी के संपत्ति की देखरेख करने की जिम्मेदारी लेने वाले सभी लोगों की मृत्यु हो चुकी है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव के ही रामानुज सिंह और विनोद सिंह पिछले 10 वर्षों से बलपूर्वक ठाकुरबाड़ी के सभी संपत्ति पर कब्जा जमाए हुए हैं. ठाकुरबारी की संपत्ति से मंदिर को होने वाला लाखों रुपए का आमदनी का हिसाब किताब भी नहीं दिया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि धार्मिक न्यास बोर्ड पटना से सूचीबद्ध होने के बावजूद ठाकुरबाड़ी का सही तरीके से देखभाल नहीं किया जा रहा है. यही नहीं ठाकुरबाड़ी में सुबह 8:00 बजे ही ताला लगा दिया जाता है.इस वजह से श्रद्धालुओं को काफी दिक्कत होती है. ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी और जिलाधिकारी से मामले में हस्तक्षेप कर ठाकुरबाड़ी के संपत्ति को उचित हाथों में सौंपने की दिशा में पहल करने की मांग की है. वही, ग्रामीणों के द्वारा अपने ऊपर लगाए गए आरोपी को रामानुज सिंह और विनोद सिंह ने वेबुनियाद बताया है.
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