जिले के पुस्तकालयों का होगा जीर्णोद्धार
ग्रामीण क्षेत्रों में पुस्तकालय की महत्ता को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा जिले के बचे हुए पुराने पुस्तकालयों को पुनर्जवित करने की योजना बनाई गई है.
बिहारशरीफ. ग्रामीण क्षेत्रों में पुस्तकालय की महत्ता को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा जिले के बचे हुए पुराने पुस्तकालयों को पुनर्जवित करने की योजना बनाई गई है.इस संदर्भ में विभागीय निर्देश के अनुसार जिला शिक्षा कार्यालय के द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में मौजूद हिंदी पुस्तकालयों की स्थिति का जायजा लिया जा रहा है. कई दशक पूर्व जिले के सैकड़ो गांवों में छोटे-बड़े पुस्तकालयों की स्थापना की गई थी. उनमें से बड़ी संख्या में पुस्तकालय अब अस्तित्व विहीन हो गये है. पुस्तकालय एवं सूचना केंद्र निदेशालय बिहार के निदेशक के द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में मौजूद पुस्तकालयों की अब सुध ली जा रही है. विभाग द्वारा इन पुस्तकालयों को पुनर्जीवित करने की योजना बनाई गई है. इस योजना के तहत निदेशक के द्वारा जिला गोपनीय शाखा नालंदा के प्रभारी पदाधिकारी को पत्र भेजकर ऐसे प्रखंड स्तरीय पुस्तकालयों का स्थलीय निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया था. निर्देश के अनुसार प्रभारी पदाधिकारी द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को जिले में अवस्थित प्रखंड पुस्तकालयों को स्थलीय निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है. विभाग द्वारा ऐसे सभी पुस्तकालयों को पुनर्जीवित करने की योजना बनाई गई है. वर्तमान में विभाग के द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में अवस्थित ऐसे 11 पुस्तकालयों की सूची उपलब्ध कराकर उनका स्थलीय निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है. इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी राज कुमार ने बताया की सभी पुस्तकालयों का स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है. जल्दी ही विभाग को पुस्तकालयों की अद्यतन स्थिति से संबंधित प्रतिवेदन उपलब्ध करा दिया जाएगा. विभाग द्वारा धोषित प्रखण्ड स्तरीय पुस्तकालय की सूची:- -श्री प्रेमाश्रय पुस्तकालय, राना बिगहा, पचौडी, नालन्दा -श्री महावीर पुस्तकालय नूरसराय, नालन्दा -राजेन्द्र पुस्तकालय, रामनगर भरकटठा, गिरियक, नालन्दा श्री आर्य हिन्दी पुस्तकालय, हरनौत, नालन्दा श्री जवाहर पुस्तकालय, गोपालाबाद, नालन्दा श्री अमृत पुस्तकालय, रायपुर, कोयल बिगहा, चण्डी,नालन्दा सर्वोदय पुस्तकालय, एकंगरसराय, नालन्दा श्री आर्य पुस्तकालय, वेशवक, नालन्दा कस्तुरबा पुस्तकालय, बढनपूरा, नालन्दा किसान पुस्तकालय, इतासंग, नालन्दा श्री हिन्दी पुस्तकालय, सिलाव, नालन्दा
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