जिले के दुर्गा पूजा पंडालों के पट खुले
बुधवार को आश्विन महीने की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को जिले के सभी पूजा पंडालों में पूजा अर्चना के बाद पूजा पंडालों के पट खोल दिए गए हैं. इसी के साथ जिले के सभी पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा अर्चना तथा दर्शनों के लिए उभडने लगी है.
बिहारशरीफ. बुधवार को आश्विन महीने की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को जिले के सभी पूजा पंडालों में पूजा अर्चना के बाद पूजा पंडालों के पट खोल दिए गए हैं. इसी के साथ जिले के सभी पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा अर्चना तथा दर्शनों के लिए उभडने लगी है. जिले वासियों को लंबे दिनों से दशहरे का इंतजार था. वुधवार को पूजा पंडालों के पट खुलने के साथ ही सभी पूजा पंडालों में लोग सब परिवार दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. जिला प्रशासन तथा शहर की विभिन्न पूजा समितियां के द्वारा भी श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखा जा रहा है. लोग हर्षोल्लासपूर्ण वातावरण में मेले का आनंद ले रहे हैं. विशेष रूप से बिहार शरीफ शहर में लगभग 150 स्थलों पर देवी प्रतिमाएं स्थापित कर पूजा अर्चना की जा रही है. जबकि पूरे जिले में लगभग 550 स्थलों पर दुर्गा पूजा धूमधाम से की जा रही है. शहरों में दुर्गा पूजा को लेकर बड़ी संख्या में भव्य पंडालों का निर्माण कराया गया है .अकेले बिहार शरीफ शहर में ही लगभग 25 स्थलों पर भव्य पंडालों में मां दुर्गा की आकर्षक प्रतिमाएं स्थापित की गई है. शहर के चप्पे- चप्पे में मां दुर्गा विराजमान है. इससे माता के भक्तों तथा श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है. शहर में लगातार चार दिनों तक मेले का जबरदस्त आयोजन रहेगा. विजया दशमी तिथि को शहर में दुर्गा प्रतिमाओं का हर्षोल्लासपूर्वक विसर्जन किया जायेगा. आकर्षक लाइटिंग से सज गया पूरा शहर:- शहर के जिन स्थलों पर मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की गई है उन स्थलों के आसपास तथा चारों तरफ की गलियों तथा सड़कों पर जबरदस्त लाइटिंग नजर आ रही है. शहर की पूजा समितियां के द्वारा एक से बढ़कर एक बिजली के बल्ब, एलईडी लाईट , पेंडेन्ट लाइट, झूमर आदि से जबरदस्त डेकोरेशन किया गया है. यह दर्शकों को हैरान करने वाला है. कहीं पूरी सड़क नीली रोशनी से रोशन है तो कहीं सफेद रंग की लड़ी और कहीं लाल तथा अन्य चमकीले रंगों की लडियों से खूबसूरत सजावट की गयी है. शहर की पूजा समितियां के द्वारा सैकड़ो स्थलों पर भव्य और आकर्षक प्रवेश द्वार भी बनाए गए हैं. भव्य पंडाल देखने खींचे चले आ रहे लोग:- इस वर्ष शहर के लगभग एक दर्जन से अधिक स्थलों पर भव्य पंडाल तथा आकर्षक देवी प्रतिमाओं का निर्माण कराया गया है. शहर के भैसासुर चौराहा पर विशाल पर्वत पर वैष्णो माता का गुफा तो रामचंद्रपुर स्मार्ट बाजार के निकट गोवर्धन पर्वत उठाए भगवान श्री कृष्णा तथा पर्वत के ऊपर विराजमान मां दुर्गा दर्शकों को खूब आकर्षित कर रहे हैं. रामचंद्रपुर स्थित नाला रोड में दुबई का पहला शिव मंदिर का प्रारूप भी दर्शकों को खूब भा रहा है. इधर आशा नगर सोहसराय तथा मोहद्दीनगर की प्रतिमाएं भी लोगों की पहली पसंद बन रही है. अंबेर मोहल्ले में जय मां अंबे अंबेर वाली माता में गोल्डन स्टोन की बनी प्रतिमाएं देखने के लिए भी लोगों की भीड़ उमड रही है. शहर के पुलपर ,पहाड़ी पर, खंदक पर, नई सराय, चौखंडी पर, रामचंद्रपुर बस स्टैंड सहित रांची रोड में स्थित देवी प्रतिमाएं भी अपने आप में अनोखे हैं. दर्शक लगातार एक जगह से दूसरे जगह दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. तिपहिया तथा चार पहिया वाहनों का परिचालन बंद:- शहर में भीड़भाड़ को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा दो बजे अपराहन के बाद से टोटो और चार पहिया वाहन का परिचालन बंद करा गया है. शहर के सभी चौक-चौराहों पर यातायात पुलिस मुस्तैद है. दुर्गापूजा को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा शहर की यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है. ताकि शहर वासियों को मेले में किसी प्रकार की कठिनाई न हो. जिला प्रशासन के द्वारा शहर के सभी चौक चौराहों पर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती की गई है. मेले में आने वाली महिलाओं तथा अन्य दर्शकों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. महिलाओं से अभद्र व्यवहार करने वाले लोगों पर पुलिस द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाएगी. पारंपरिक देवी गीतों से गूंज उठा राजगीर शहर, दीपदान के लिए उमड़ी महिलायें राजगीर. आदि शक्ति की अधिष्ठात्री देवी दुर्गा का पट खुलते ही देवी दर्शन और पूजन के साथ पर्यटक शहर राजगीर इन दिनों रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रहा है. सभी सड़कों पर तरह तरह के सजावट और तोरण द्वारा बनाये गये. पूजा समितियों द्वारा प्रसाद के रूप में कहीं खीर तो कहीं हलवा आदि का वितरण आरंभ कर दिया गया है. आलम यह है कि जो लोग कभी पूजा अर्चना के लिए समय नहीं निकाल पाते थे, वे भी इस शारदीय नवरात्र में माता की आराधना में जुटे हैं. सुबह में जहां श्रद्धालु अपने घर सहित देवी मंदिरों व पूजा पंडालों में माता का पूजन कर रहे हैं वहीं संध्याकाल होते ही महिलाओं का सैलाब दीपदान के लिए पूजा पंडालों और देवी मंदिरों में उमड़ रही हैं. शहर के देवी स्थान, पंचशील दुर्गापूजा मंदिर, बंगालीपड़ा दुर्गा मंदिर, जरादेवी मंदिर आदि जगहों पर शाम ढलते ही महिला भक्तों से पूरा परिसर पट जाता है. श्रद्धालु महिलाएं भगवती मंदिरों में संध्या दीप जलाकर सुख, समृद्धि, अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष प्राप्ति की कामना कर रही हैं. — गुफा से निकल मातारानी महिषासुर का करेंगी संघार : शहर के डायमंड दुर्गापूजा समिति द्वारा अनोखा प्रतिमा बनाया गया. इस मंडप में मातारानी पहाड़ी गुफा से निकलकर अपनी पूरी शक्ति और तेजस्विता के साथ अधर्म यानि महिषासुर का नाश करती हैं. उनके द्वारा धर्म की स्थापना की जाती है. इसी तरह मां काली भी पहाड़ी गुफा से निकलकर एक राक्षस का संघार करतीं हैं. यह पूरी व्यवस्था इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से दर्शकों को दिखाया जा रहा है. — यातायात एवं विधि व्यवस्था चुस्त दुरुस्त पर्यटक शहर राजगीर में 26 स्थानों पर दुर्गापूजा प्रतिमा स्थापित की गयी है. पुलिस और प्रशासन के द्वारा सुरक्षा व यातायात व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए हर संभव प्रयास किए गए हैं. स्थानीय थाना पुलिस बल के अलावे जिला से भी बल की प्रतिनिधि की गई है. उन्हें आवश्यकता अनुकूल तैनात किया गया है. वर्दीधारी पुलिस कर्मियों के अलावे सादे लिवास में भी पूजा पंडाल के इर्द-गिर्द पुरुष और महिला बल को तैनात किया गया है. परवलपुर में मां काली व भारत माता का पंडाल बनाआकर्षण का केंद्र : प्रखंड मुख्यालय परवलपुर में बड़ी दूर्गा जी की पंडाल बहुत ही आकर्षक ढंग से सजाया गया है और उसमें बिराजमान मां दूर्गे की प्रतिमा देखते ही बनता है. यहां मां काली, भारत माता, वैष्णो माता का पूजा पंडाल और प्रतिमा लोगों का आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. प्रत्येक बर्ष अलग अलग थीम पर भव्य पंडाल बनवाने वाले परवलपुर के डाकबंगला के मैदान में स्थापित भारत माता पूजा समिति के द्वारा इस बार श्रद्धालुओं के लिए लंदन का रॉयल अलबर्ट हॉल का पंडाल बनाया गया है. वहीं पुरानी बस स्टैंड के समीप युवा शक्ति पूजा समिति के द्वारा अमेरिका के व्हाइट हाउस के तर्ज पर पंडाल का निर्माण कराया गया है. कापरेटिव भवन के समीप अर्द्धनारीश्वर पूजा समिति के द्वारा छतीसगढ़ राज्य के जांजगीर चंपा स्थित विष्णु मंदिर के तर्ज पर पंडाल का निर्माण कराया गया है और उसमें बिराजमान अर्द्धनारीश्वर की प्रतिमा देखते ही बनता है. मध्य बिहार ग्रामीण बैंक मेन रोड पर सेवन स्टार श्राइन बोर्ड मां वैष्णो पूजा समिति के द्वारा माता वैष्णो देवी गुफा का निर्माण कराया गया है जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. पहले यहां दशहरा के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता था जो पिछले कयी बर्षों से बंद थी. लेकिन इस वर्ष गोखुल नगर दूर्गा पूजा समिति की ओर से 11 अक्टूबर की संध्या कानपुर के कलाकारों के द्वारा भक्ति जागरण का आयोजन किया गया है. जिले में सिर्फ सिलाव में भगवान नरसिंह की बैठायी जाती है प्रतिमा : सिलाव. शरदीय नवरात्र के अबसर पर सिलाव बाजार में स्थापित पूरे जिले में सिर्फ सिलाव में भगवान नरसिंह की प्रतिमा बैठायी गयी है. नवरात्र के छठे दिन मंगलवार की देर रात इनका पट खोला गया जिसके बाद दर्शन के लिये श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. पिछले डेढ़ सौ साल से यह प्रतिमा स्थापित की जा रही है जो अपने आप में अनोखा व अनूठा है. पूरे नवरात्र में प्रतिदिन भगवान नरसिंह की पाठ पुरोहित मनोज पांडेय के द्वारा की जाती है. ऐसा पुराणों में वर्णित है कि एक समय पृथ्बी पर असुरों का आतंक बढ़ गया था क्योकि असुरों का राजा महिसासुर को भगवान से बरदान प्राप्त था कि तुम्हारे जैसा सुरबीर कोई नहीं होगा,न तो तुम्हारी मृत्यु जमीन और न ही आसमान में होगा. साथ ही न रात को न दिन में तथा न अस्त्र न शस्त्र से होगा. वरदान प्राप्त होते ही उस समय पृथ्वी पर असुरों का आतंक फैल गया. तभी भगवान विष्णु ने नरसिंह का अवतार लेकर धरती पर आए और महिसासुर को अपने जांघ पर रखकर महिसासुर का अंत कर धरती को असूरों के आतंक से मुक्त कराया.तभी से भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की पूजा अर्चना किया जाने लगा. इसी प्रकार सिलाव प्रखंड में सिलाव थाना एवं नालन्दा थाना क्षेत्र अंतर्गत कुल 41 स्थानों पर सार्वजनिक रूप से पूजा पंडाल में माता की प्रतिमा स्थापित की गयी है. इसमें सिलाव बाजार में ही 12 स्थानों पर माता दुर्गा ,मां काली एवं भारत माता की प्रतिमा स्थापित किया गया है जिसमे बड़ी देवी जी गोला रोड, छोटी देवी जी संगत कुआं,बडी़ काली जी पुरानी स्टेशन, मंझली देवी जी खारी कुआं,छोटी काली जी कुर्मी टोला,शिशु काली जी पुरानी स्टेशन, अजेय भारत माता खारी कुंआ, नरसिह भगवान बीच बाजार, महागौरी देवी जी गढ कुआं, बाबा वजरंग काली जी ,सीमा एवं नालन्दा मोड़,सरिलचक, हैदरगंज कड़ाह बाजार स्थित पंडाल और प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बना है.इसी प्रकार सीमा ग्राम में स्थापित शेरे नवयुवक दल पूजा समिति द्वारा स्थापित पंडाल में पुरोहित संतोष कुमार पांडेय के सानिध्य में पुजारी बिपिन कुमार, अजय कुमार , सनी कुमार,पल्लव कुमार,अविरल आनन्द,राहुल आदि ने माता के सातवें स्वरूप की पूजन अर्चना किया. संतोष कुमार पांडेय ने बताया कि शारदीय नवरात्रि यानी नवदुर्गा में सातवें दिन सप्तमी की देवी मां कालरात्रि का पूजन किया जाता है. इसके बाद उनकी पौराणिक कथा या कहानी पढ़ी या सुनी जाती है. एकंगरसराय में मां दुर्गा का पट खुलते ही दर्शन को उमड़े श्रद्धालू : एकंगरसराय. एकंगरसराय प्रखंड मुख्यालय स्थित बड़ी दुर्गा मां, काली मां, रामजानकी, शंकर पार्वती, भारत माता समेत एकंगर डीह, पसंघी,औंगारी, तेल्हाड़ा, करणगंज, कोशियावा, निश्चलगंज,समेत कई अन्य जगहों पर मां दुर्गा, मां काली एवं भारत माता, शंकर पार्वती, रामजानकी की वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना कर पट खोला गया. मां का पट खुलते ही दर्शन के लिए लोगों की हुजूम उमड़ पड़ी. जय माता की जयकारे से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया हैं. देवी की गीतों से प्रखंड के शहरी व ग्रामीण इलाका गूंज रहा है. देवी देवताओं की पूजा अर्चना करने में लोग लीन देखे जा रहे हैं प्रखंड क्षेत्र में कई जगहों पर भव्य पंडाल बनाया गया है. पंडालो को रंग बिरंगे बल्बों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है. विभिन्न पूजा पंडालों में पूजा समिति के लोग तथा पुलिस प्रशासन शांति व्यवस्था बनाये रखने में लगे हुए हैं. रहुई, धमौली व वेना में पूजा करने के लिये श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ रहुई. शारदीय नवरात्र के महा सप्तमी के अवसर पर बुधवार को रहुई प्रखंड के रहुई में स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर,वेना बाजार स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर,छोटी दुर्गा मंदिर,धमौली बाजार स्थित दुर्गा मंदिर का पट खुल गया है. इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा जय माता दी की जयकारों से वातावरण गुंज्यमान हो गया. वहीं रहुई के बड़ी दुर्गा मंदिर के अध्यक्ष संजय पासवान ने बताया की महा सप्तमी के अवसर पर मां का पट खुल गया है और श्रद्धालु पूजा अर्चना में लगे हैं. वहीं बड़ी दुर्गा मंदिर वेना के सचिव बबलू कुमार ने बताया कि महा सप्तमी के अवसर पर मां दुर्गा का पट खुल गया है और आज से ही श्रद्धालु पूजा पाठ कर रहे हैं. पूजा को देखते हुए वेना बाजार चहल पहल है. मौके पर अध्यक्ष संजय पासवान,शशि कुमार, अविनाश कुमार,विक्की कुमार,विवेक कुमार,बबलू कुमार,ऋषिराज कुमार,धर्मेंद्र कुमार समेत अन्य लोग मौजूद थे.
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