हिलसा व्यवहार न्यायालय कैंपस में इ सेवा केंद्र हुआ शुरू
शनिवार को पटना न्यायालय के न्यायाधीश सह नालंदा के इंस्पेक्टिंग जज अनिल कुमार सिन्हा हिलसा व्यवहार न्यायालय पहुंचे़
हिलसा़ शनिवार को पटना न्यायालय के न्यायाधीश सह नालंदा के इंस्पेक्टिंग जज अनिल कुमार सिन्हा हिलसा व्यवहार न्यायालय पहुंचे़ सर्वप्रथम नालंदा पुलिस बल के 12 सिपाही ने उन्हें सलामी दिया़ इस दौरान हिलसा का अनुमंडल पदाधिकारी प्रवीण कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुमित कुमार, व्यवहार न्यायालय हिलसा के न्यायाधीश एवं सुरक्षा बल के जवान मौजूद थे़ इंस्पेक्शन जज अनिल कुमार सिनहा करीब ढाई घंटे तक विभिन्न कोर्ट में पहुंचकर निरीक्षण किया़ निरीक्षण करने के उपरांत हिलसा व्यवहार न्यायालय कैंपस में ई़ सेवा केंद्र का उद्घाटन किया़ इंस्पेक्टिंग जज अनिल कुमार सिन्हा ने कहा ई़ सेवा केंद्र शुरू होने से लोग अपने मुकदमे का हाल जान सकते हैं. पटना हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का काम डिजिटल माध्यम से हो रहा है़ सिविल कोर्ट को भी डिजिटल सेवा से पूरी तरह जोड़ने का आदेश है़ ताकि लोग आसानी से अपने मुकदमा की जानकारी ले सके़ ई़ सेवा केंद्र पर कोई भी अधिवक्ता व पक्षकार अपने मुकदमे की जानकारी नि:शुल्क मे दी जाएगी़ गरीब लोग अपने मुकदमे में पैरवी के लिए यह समस्याओं के लिए नि:शुल्क विधिक सहायता के अलावे नि:शुल्क अधिवक्ता भी मुहैया कराया जायेगा़ हिलसा अधिवक्ता संघ कैंपस में इसपेक्टिग जज अनिल कुमार सिन्हा को अधिवक्ताओं ने फूल माला से भव्य स्वागत किया एवं संघ के अध्यक्ष सतीश कुमार सिन्हा एवं सचिव युगल यादव के द्वारा विभिन्न मांगों को को लेकर आवेदन दिया है जिसमें बताया गया कि नियमित रूप से अधिवक्ता उपस्थित होकर अपने कार्यों का हम लोग दायित्व का निर्माण करते हैं. हिलसा व्यवहार न्यायालय में अपर जिला व सत्र न्यायाधीश के कुल पांच न्यायालय हैं. इसके बावजूद हिलसा अनुमंडल के अधिकारिक वाले मुकदमे का स्थानांतरण व्यवहार न्यायालय बिहार शरीफ में कर दिया गया है जिससे आमजनों, पक्षकारो व अधिवक्ताओं को अपने मुकदमे के निष्पादन में आर्थिक मानसिक व शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है़ हिलसा अनुमंडल क्षेत्र में लगभग 7 लाख की जनसंख्या है़ फिर भी अनुमंडल के अधिकांश मुकदमे बिहारशरीफ में लंबित है़ अधिकारिता वाला मुकदमे, मध्य निषेध अधिनियम, अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, पराक्रम लिखित अधिनियम, परिवार न्यायालय से संबंधित वाद, पोक्सो अधिनियम संबंधित मामला बिहार शरीफ न्यायालय में अवस्थित है. इस दौरान जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश हसमुद्दीनअंसारी ,अनुमंडलीय विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं अपर न्यायाधीश अजीत कुमार सिंह एवं विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी शोभना स्वेतांकी, न्यायाधीश दीपक कुमार यादव,आशीष नारायण,सरोज कुमार, निशांत रंजन, दिव्येश कुमार, विक्रम आदित्य, बार काउंसलिंग के अध्यक्ष सतीश कुमार सिंह एवं सचिव युगल यादव मौजूद थे.
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