45 राजस्व खंधों में नहीं पहुंची बिजली
करायपरसुराय. वर्तमान समय में प्रखंड क्षेत्र के किसानों के बीच 45 राजस्व खंधों में बिजली के तार और खंभे तक नहीं पहुंच पाया है. जहां एक ओर किसान सुखाड़ का दंश झेल रहे किसानों को वर्षा पर आश्रित नहीं रहना पड़े और वे हर मौसम में बेहतर खेती कर सकें .
करायपरसुराय. वर्तमान समय में प्रखंड क्षेत्र के किसानों के बीच 45 राजस्व खंधों में बिजली के तार और खंभे तक नहीं पहुंच पाया है. जहां एक ओर किसान सुखाड़ का दंश झेल रहे किसानों को वर्षा पर आश्रित नहीं रहना पड़े और वे हर मौसम में बेहतर खेती कर सकें . इसके लिए सरकार ने बिजली से सिंचाई करने पर जोर दिया. इसके लिए अलग से कृषि फीडर बनाया गया तथा खेतों तक बिजली पहुंचाई गई. फ्री कृषि कनेक्शन लेने के लिए शिविर भी लगाए गए. लेकिन विभागीय लापरवाही और उदासीनता के कारण वर्षों बाद भी आज तक किसानों को खेती के लिए बिजली नहीं मिली. बिजली के खंभे व तार खेत तक नहीं पहुंचाए गए. नतीजतन, किसान जैसे-तैसे ट्रांसफार्मर से खेतों तक तार खींचकर ले गए हैं जो खतरे से खाली नहीं है. पिछले साल खेती के दौरान बधार में झूलते तारों की चपेट में आकर आधा दर्जन लोगों की जान चली गई. है. इस बार भी खरीफ फसल की शुरुआत हो गई. इलाके में बारिश किसानों की खेती बिजली के भरोसे हैं. लेकिन, विभाग द्वारा बधार में तार नहीं पहुंचाने की स्थिति में किसान जैसे-तैसे तार खींचकर ले जा रहे हैं जो खुलेआम मौत को आमंत्रण देने के समान है. किसान कहते हैं कि अंचलाधिकारी मणिकांत कुमार के मुताबिक प्रखंड क्षेत्र में राजस्व थाना खंधों की संख्या 45 है. लेकिन अंचल क्षेत्र में किसी खेतों में अधिकतर किसानों के ट्यूबवेल के पास विद्युत आपूर्ति नहीं की गयी . किसान अपनी जरूरत के अनुसार तार तानकर बिजली विभाग से कनेक्शन लेकर सुविधा के अनुसार अपनी जरूरत पूरा कर रहे है जिससे कभी भी दुर्घटना हो सकती है. गांव में विद्युत आपूर्ति की गई है लेकिन वर्षों से मकरौता उपकेंद्र से चार फीडर विद्युत आपूर्ति की जा रही है . लेकिन करायपरसुराय प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों किसानों के खेतों तक बिजली विभाग द्वारा पोल और तार नहीं पहुंचाया गया है. जहां पोल गाड़े गए और तार लगाया गया है वहां बिजली बहाल नहीं की गई है. मकदुमपुर, खानपुरा, बहौदी बिगहा, फुल्लीपर, सांध, गुलरिया बीघा , कमरथू आदि ग्रामों के किसान गुड्डू यादव, मनोज कुमार, उमेश प्रसाद, पूर्व मुखिया चंद्रशेखर प्रसाद आदि बताते हैं कि उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है. विभाग से शिकायत करने पर प्रोजेक्ट विभाग से शिकायत करने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया जाता है. कई लोगों की मौत होने के बाद भी नहीं खुली नींद
पिछले साल करायपरसुराय थाना क्षेत्र के वहापार निवासी सजीवन यादव के पुत्र की मौत, गुलरिया बीघा आदि गांव में बधार में बिजली के तार की चपेट में आने से मौत हो गई थी. इस बार भी इस आशंका से किसान डरे सहमे हैं. विभाग की लापरवाही से जान माल को हर समय खतरा रहता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
कृषि कार्य के लिए किसानों के खेतों तक विद्युत पोल एवं तार पहुंचाया गया है. कुछ गांवों में संसाधनों की कमी के कारण विद्युत तार एवं पोल नहीं पहुंच पाया है. इसके लिए प्रयास चल रहा है . अविलंब सभी किसानों के खेतों तक बिजली पहुंचाई जाएगी.– आकाश कुमार गुप्ता, कार्यपालक अभियंता, विद्युत हिलसा
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