केसरे ए हिंद प्रकृति के भूमि की खोज शुरू
जिले के सरकारी भूमि पर कब्जा जमाये लोगों को अब इसे मुक्त करना होगा. मुक्त नहीं करने पर सरकार द्वारा अभियान चलाकर सभी सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा.
शेखपुरा. जिले के सरकारी भूमि पर कब्जा जमाये लोगों को अब इसे मुक्त करना होगा. मुक्त नहीं करने पर सरकार द्वारा अभियान चलाकर सभी सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा. इसे लेकर भूमि के विवरण इकट्ठा करने का काम शुरू कर दिया गया है. हालांकि, जिले में केसरे ए हिंद प्रकृति की कितनी भूमि है, यह अंचलाधिकारियों को जानकारी नहीं है. केसरे ए हिंद की भूमि भारत सरकार के मिल्कियत की भूमि मानी जाती है. सरकार के निर्देशों के आलोक में भारत सरकार के अधिवक्ता धनंजय कुमार सिंह ने इस संबंध में जिले के सभी अंचलाधिकारियों से पत्र के माध्यम से केसरे ए हिंद के भूमि का संपूर्ण विवरण उपलब्ध कराने का आग्रह किया था. उन्होंने अंचलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के केसरे ए हिंद भूमि का खाता, खसरा, रकवा, चौहद्दी सहित उसके वर्तमान स्वरूप से संबंधित संपूर्ण विवरण उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा था. लेकिन, जिले के किसी भी अंचल से इस प्रकार की सूचना नहीं मिलने पर उन्होंने अब इसी प्रकार का आग्रह सभी प्रखंड सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी से किया है. इस संबंध में जानकारी देते हुए अधिवक्ता धनंजय कुमार सिंह ने बताया कि केसरे ए हिंद प्रकृति के सैकड़ो एकड़ भूमि पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. इस संबंध में भूमि का संपूर्ण विवरण प्राप्त करने के बाद उसे अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर सरकार के द्वारा अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है. जिसके तहत उन्होंने जिले के सभी क्षेत्रों में इस प्रकृति के भूमिका ब्यौरा इकट्ठा करने का काम शुरू किया है. जिले में भूमि सर्वे के चलाया जा रहे कार्य के तहत इस प्रकृति के भूमि का अलग से वर्गीकरण कर उसे सरकारी खाता में डाले जाने की ही आवश्यकता है. बाकी सरकार द्वारा इस भूमि पर आम लोगों के सुविधा और सहूलियत के लिए विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्य संपादित किया जा सके. केसरे ए हिंद भूमि के सही-सही विवरण प्राप्त होने के बाद इन स्थलों पर सरकार द्वारा पार्क, खेल मैदान सहित अन्य जन उपयोगी कार्य के उपयोग में लाया जा सकेगा.
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