अरियरी. ससबहना बाजार स्थित एक श्रृंगार दुकान में रात्रि के समय अचानक आग लग गई. दुकान ससबहना के ही मो. शहाब की थी, जिसे उनके बेटे नवाब और शहजादा मिलकर चलाते थे. रात के लगभग एक बजे ससबहना गांव के अपने घर में सोए दुकान के मालिक मो शहाब को दुकान के पड़ोसी बखोरी पासवान और राजबली प्रसाद द्वारा फोन से सूचना मिली कि उनके दुकान में आग लग गई है. सूचना पाकर दुकान के मालिक के साथ साथ बाजार और गांव के लोग मिलकर किसी तरह आग पर काबू पाने में सफल हुए. लेकिन, तबतक दुकान का सारा सामान और फर्नीचर जल चुका था. जो नहीं जल सका वह भी आग और धुआं से काम लायक नहीं बच सका. मो शहाब ने बताया कि अभी हाल में ही शादी का लगन शुरू होने के पहले लगभग पांच लाख का सामान दिल्ली से मंगवाया गया था. दो दिन पहले भी एक लाख का सामान नवादा से लाया गया था, जो अभी कार्टून में ही रखा हुआ था. उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर लगभग दस लाख की संपत्ति जलकर नष्ट हो गई. पीड़ित दुकानदार ने कहा कि यही दुकान ही मेरे घर परिवार चलाने का एक सहारा था. आग लगने का कारण अभी पता नहीं लग सका है. वहां उपस्थित लोग इसे बिजली के शॉर्ट सर्किट का अंदेशा जता रहे हैं नवाब ने बताया कि दुकान बंद करने के पहले दुकान की लाइन मेनस्विच से काट देते हैं और एलसीबी भी गिरा देते हैं. उनका कहना है कि मेरी दुकान अच्छी चल रही थी कोई दुश्मनी से भी आग लगा सकता है. सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश मानव, संतोष कुमार और मुखिया प्रतिनिधि देवेंद्र कुशवाहा घटना स्थल पर पहुंचकर उन्हें हिम्मत बंधाया और जिला प्रशासन से उनके लिए मुआवजे की मांग की.
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