हरनौत. थाना क्षेत्र का स्थानीय बाजार में थाना मोड़ के समीप एक होटल में अचानक लगी आग से अन्य दूसरे नौ दुकान में भयंकर आग लग गई. जिससे करीब तीस लाख का सामान जलकर राख हो गया. बाद में घंटे मशक्कत के बाद आज पर काबू पाया जा सका. हालांकि आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. पीड़ित लोगों की मानें तो आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट की संभावना जताई जा रही है. घटना रविवार के दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे हुई. स्थानीय लोगों की माने तो वहां संतोष केवट का होटल चल रहा था. जहां उसके स्टाफ के द्वारा चाय बनाई जा रही थी. किसी कारण से आग भभक उठा, जिससे बगल में रखे कार्टून में आग पकड़ लिया और इसी तरह से वहां दुकान में आग लग गई. दुकानदारों के द्वारा आग पर काबू पाया जाता है इससे पहले आग भड़कते हुए बगल के दुकान में लग गई. अचानक ही आग फैलते हुए वहां आसपास के अन्य दुकानों में लग गई. घटनास्थल पर लगभग सभी बढ़ई की फर्नीचर दुकान है, जहां लकड़ी का फर्नीचर बनता था. जिसके चलते आग तेजी से फैली. घटना की सूचना स्थानीय थाना एवं जिला प्रशासन को भी दी गई. बावजूद करीब दो घंटे बाद दमकल पहुंचा. पीड़ित की माने तो स्थानीय थाना भी करीब 45 मिनट बाद घटनास्थल पर पहुंचा. तब तक स्थानीय युवा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास किया. बाद में दमकल कर्मियों एवं स्थानीय लोगों के सहायता से आग पर पूरी तरह से काबू पाया गया. बताते चलें कि पूर्व में भी हरनौत बाजार में सवारी बस में आग लगने की घटना हुई थी, जिसमें आठ लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी. तब भी स्थानीय लोगों की मांग थी कि यहां बाद दमकल उपलब्ध कराई जाए. जो अब तक नहीं हुआ. वर्तमान घटना को देखते हुए भी स्थानीय लोगों ने प्रशासन व सरकार से मांग किया है कि बड़े स्तर का दमकल हरनौत अंचल को उपलब्ध कराई जाए. ताकि विषम परिस्थिति में उसका प्रयोग हो सके. घटना स्थल पर मौजूद सहायक जिला अग्निशमन पदाधिकारी अरविंद प्रसाद ने बताया कि 12 हजार लीटर के 4 गाड़ियां ,45 सौ लीटर के पांच गाड़ियां एवं 400 लीटर के चार गाड़ियां मंगवाई गई थी. उन्होंने बताया कि ढाई घंटे में आग पर काबू पा लिया गया. पीड़ित में मुकेश कुमार विश्वकर्मा (साढ़े तीन लाख ) , अरविंद शर्मा (पांच लाख ), नरेश शर्मा (छह लाख ), अनुज कुमार शर्मा (पांच लाख ), प्रकाश प्रसाद (75 हजार), सुजीत कुमार कबाड़ी दुकान (एक लाख ), विपिन सिंह (कड़ी दुकान तीन लाख ), संतोष जलेबी दुकान (दो लाख ), संतोष केवट (होटल- 6 लाख ), बीरु प्रसाद (जेनरल स्टोर तीन लाख ) शामिल हैं. कुल मिलाकर लगभग 31 लाख रुपए का नुकसान हुआ है.आग बुझाने में मुख्य रूप से भूपेंद्र, राजू, दीपक, पप्पू, भूपेंद्र, वीरू, वीरन, लाला,विश्वजीत, इंद्रजीत, सुधीर सिंह, सुनील कुमार, मंटू एवं विपिन सिंह का योगदान रहा.
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