पांच साइबर ठगों को किया गिरफ्तार
जिला पुलिस ने साइबर प्रहार अभियान चलाकर पांच साइबर अपराध में लिप्त अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामग्री मोबाइल फोन, लैपटॉप, यूएसबी केबल, पेन ड्राइव के साथ-साथ देश के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों के फेसबुक-इंस्टाग्राम से जुड़े लोगों के नाम मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी के साथ-साथ विस्तृत डाटा शीट बरामद किया गया है.
शेखपुरा. जिला पुलिस ने साइबर प्रहार अभियान चलाकर पांच साइबर अपराध में लिप्त अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामग्री मोबाइल फोन, लैपटॉप, यूएसबी केबल, पेन ड्राइव के साथ-साथ देश के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों के फेसबुक-इंस्टाग्राम से जुड़े लोगों के नाम मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी के साथ-साथ विस्तृत डाटा शीट बरामद किया गया है. इस संबंध में जानकारी देते हुए एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने बताया कि राज्य मुख्यालय के निर्देश पर साइबर थानाध्यक्ष पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय ज्योति कश्यप के नेतृत्व में साइबर अपराध के खिलाफ कार्रवाई को लेकर गठित टीम द्वारा साइबर अपराध के लिए कुख्यात शेखोपुरसराय प्रखंड क्षेत्र के मौसिमपुर और कबीरपुरा गांव से दो-दो साइबर अपराधियों के गिरफ्तार किया गया. इस दौरान पुलिस ने एक किशोर को भी इस मामले में गिरफ्तार किया. गिरफ्तार लोगों की पहचान मौसिमपुर गांव के सुरेंद्र प्रसाद के दो पुत्र राहुल कुमार और नीतीश कुमार तथा कबीरपुरा गांव के स्वर्गीय विजय पासवान के दो पुत्र धर्मेंद्र पासवान और गोलू कुमार के रूप में की गई है. इनके पास से डेल कंपनी का एक लैपटॉप, 8 मोबाइल, वीवो कंपनी का दो मोबाइल, रेडमी और मोटोरोला कंपनी का दो-दो, एक फिंगर स्कैनर, एक हेडफोन, ब्लूटूथ चार्जर, डेबिट कार्ड, चार्जर केबल, ओटीजी, पेनड्राइव, कॉर्डलेस माइक, फोन आदि बरामद किया गया. इस संबंध में साइबर थाना में सभी अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
बजाज फाइनेंस का लोन दिलाने का प्रलोभन देकर करते थे ठगी
गिरफ्तार सभी अभियुक्तों ने इस कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए अपने अपराध करने की शैली के बारे में भी पुलिस को बताया बताया कि फेक सिम का मोबाइल नंबर प्राप्त कर उससे फेक फेसबुक-इंस्टाग्राम आईडी बनाकर लोगों को बजाज फाइनेंस का लोन दिलाने का प्रलोभन वाले मैसेज डालकर उन पर दिए गए मोबाइल नंबर से लोगों द्वारा संपर्क कर प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर रुपए की उगाही, केबीसी के नाम पर चेहरा पहचानो में लाखों इनाम का झांसा देकर सही जवाब देने वालों को गाड़ी जीतने का प्रलोभन दे कर मोबाइल नंबर आदि प्राप्त करना शामिल है. इस अभियान में साइबर थाना अध्यक्ष ज्योति कश्यप के साथ-साथ पुलिस निरीक्षक गौरव कुमार और हरेंद्र कुमार, पुलिस बल श्रीराम शाह, बाल्मीकि कुमार और जिला त्वरित कार्यबल के जवान शामिल थे.अपना ओटीपी किसी से साझा नहीं करने की अपील
इस संबंध में एसपी ने जिला वासियों को साइबर ठगी से बचने के लिए हमेशा सजग रहने और सतर्क रहने के साथ-साथ अपना ओटीपी किसी से साझा नहीं करने और किसी भी अनजान लिंक का उपयोग नहीं करने की सलाह दी है. बाद में गिरफ्तार सभी अभियुक्तों को कड़ी पूछताछ के बाद न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेज दिया गया.
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