नालंदा में पांच स्कूली छात्राओं के गायब होने का खुलासा
नालंदा की पांच स्कूली छात्राओं की गायब होने के पूरे मामले का खुलासा उसके बॉयफ्रेंड की डायरी से हो चुका है.
बिहारशरीफ. नालंदा की पांच स्कूली छात्राओं की गायब होने के पूरे मामले का खुलासा उसके बॉयफ्रेंड की डायरी से हो चुका है. आठवीं क्लास में पढ़ने वाली एक तेरह साल की स्टूडेंट को मोहरा बनाकर उसके बॉयफ्रेंड ने उसकी हम उम्र चार लड़कियों को टारगेट किया था. सभी लड़कियों को पटना पहुंचना था, वहां से मुंबई जाने का प्लान था. तीन लड़कियां पटना पहुंच गईं, लेकिन दो लड़कियों ने बिहारशरीफ से गलत ट्रेन पकड़ ली और मालदा पहुंच गईं। बस इसी एक गलती ने पांचो लड़कियों को मुंबई की मंडी में बिकने से बचा लिया. इतना ही नहीं प्रेमी की डायरी में पटना से मुंबई का सारा प्लान भी लिखा मिला है.बॉयफ्रेंड लड़कियों को पटना बुलाकर खुद नहीं पहुंचा, परंतु एजेंट पीछे पड़ गया. जिस दिन शाम को बॉयफ्रेंड को मुंबई निकलना था, उसी दिन सुबह पुलिस की रेड पड़ गई. वैसे तो पटना और मालदा से सभी लड़कियां बरामद हो चुकी हैं. साथ ही दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया. लेकिन पुलिस को जो 22 पेज की डायरी हाथ लगी है उसमें इस कांड में नया खुलासा हुआ है.आठवीं क्लास की चार छात्राएं और एक पूर्व छात्रा के अचानक गायब होने से जो हडकंप मचा उससे नालंदा पुलिस के हाथ पैर फूल गये. लालबाग मध्य विद्यालय से जुड़ी 13 से 14 साल की लड़कियों के घर से एक साथ भागना महज एक संयोग नहीं, बल्कि बड़ी साजिश की आशंका थी ,जिसे पुलिस चौबीस घंटे में सुलझा ली.पुलिस के लिए लड़कियों की बरामदगी बड़ी चुनौती थी. क्योंकि, वह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रही थीं. जिस लड़की को मोहरा बनाकर उसके बॉयफ्रेंड ने पूरा प्लान रचा था, पुलिस ने उसे पकड़ा तो काफी हद तक कहानी साफ हो गई थी. यह बात साफ हो गई की पूरी प्लानिंग एक नाबालिग स्टूडेंट की थी, लालबाग मध्य विद्यालय का पूर्व छात्र है. वह 8वीं क्लास में पढ़ने वाली एक लड़की का बॉयफ्रेंड भी है.जब वह मध्य विद्यालय में पढ़ रहा था, उसी समय से उस लड़की के संपर्क में था.गांव वालों को भी इसकी भनक थी. लड़का काफी दिनों से प्लान बना रहा था.लड़कियों को बाहर ले जाने की पूरी कहानी बुन रहा था.इसका खुलासा पुलिस को हाथ लगी डायरी से भी हुआ है. डायरी में प्लान का खुलासा दीपनगर थाना क्षेत्र के डुमराव गांव के नाबालिग स्टूडेंट आठवीं क्लास की लड़की से प्यार करता था. लड़की के पास मोबाइल नहीं था. परिवार में कई लोगों के पास मोबाइल था। इन नंबरों पर बात करने के लिए लड़के ने पूरा खाका तैयार किया था.डायरी में पहले लड़की के पिता का नाम और उनका मोबाइल नंबर लिखा है.कॉल करने पर पिता के संभावित सवालों का अलग-अलग जवाब पहले से लिख रखा था. लगभग 20 सवालों का जवाब तैयार करके रखा था. ऐसे ही अन्य लोगों का मोबाइल नंबर और नाम लिखकर भी 20 से अधिक संभावित सवालों का जवाब पहले से तैयार करके लिख रखा था. प्लान का अलग-अलग नाम भी दिया है, इसमें प्लान ए से लेकर डी तक शामिल है. डायरी में कई और कोड हैं, जिससे लग रहा है कि स्टूडेंट ने ही पूरा प्लान तैयार किया था. जिस लड़की से दोस्ती थी, उसे और उसके साथ अन्य लड़कियों को भी इसी ने लग्जरी लाइफ की बात कहकर घर से भगाया था. पूरा मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग के नए ट्रेंड का लग रहा है. हालांकि नालंदा पुलिस इससे इनकार कर रही है. पकड़े गए आरोपियों की भूमिका काफी संदिग्ध है, लड़कियों को मुंबई जाना था. हनी का भी मुंबई कनेक्शन निकला है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है