सोहसराय समेत सूबे के पांच शहरी पीएचसी को मिला सर्टिफिकेशन
शहरी क्षेत्रों में स्लम और निम्न आय वाली आबादी के लिए स्थापित किए गए शहरी प्राथमिक केंद्र भी नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) पर खरे उतर रहे हैं.
बिहारशरीफ. शहरी क्षेत्रों में स्लम और निम्न आय वाली आबादी के लिए स्थापित किए गए शहरी प्राथमिक केंद्र भी नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) पर खरे उतर रहे हैं. एक बार फिर राज्य के पांच शहरी क्षेत्र के यूपीएचसी को एनक्यूएएस का राज्यस्तरीय सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है. अब इनके राष्ट्रीय प्रमाणन के लिए आवेदन दिया जा रहा है. डीपीएम श्याम कुमार निर्मल ने बताया कि यूपीएचसी के प्रमाणीकरण से शहरी स्लम और गरीब तबके के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो पाएंगी. इससे हेल्थ इंडिकेटर में भी परिवर्तन देखने को मिलेगा. जिन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को एनक्यूएएस का राज्यस्तरीय सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है. उसमें नालंदा का यूपीएचसी सोहसराय,बक्सर का यूपीएचसी बक्सर, बेगूसराय का यूपीएचसी तेलिया पोखर, सररसा का यूपीएचसी सहरसा बस्ती और पटना का यूपीएचसी संदलपुर शामिल है. यूपीएचसी संदलपुर को कुल 91.90 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं. इसके अलावा भी पटना के पांच और यूपीएचसी के प्रमाणीकरण का लक्ष्य है. 12 मानकों पर यूपीएचसी में होता है . एनक्यूएएस के लिए आकलन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ दिन में संचालित होते हैं, इसलिए इनके एनक्यूएएस सर्टिफिकेट के लिए मानक जिला अस्पताल से भिन्न हैं. उन मानकों में कम से कम 70 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होते हैं. जिन मानकों पर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र काम करती हैं उनमें जनरल क्लीनिक, मेटरनल हेल्थ, न्यू बॉर्न एंड चाइल्ड हेल्थ, टीकाकरण, फैमिली प्लानिंग, संचारी रोग, गैर संचारी रोग, आउटरीच, फार्मेसी, लैबोरेट्री, ड्रेसिंग रूम और इमरजेंसी, जेनरल एडमिनिस्ट्रेशन, वेस्ट मैनेजमेंट, फायर सेफ्टी, इलेक्ट्रिसिटी लोड असेसमेंट शामिल हैं.
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