गिरियक़ गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने बुधवार को जैन धर्म के 24 में तीर्थंकर महात्मा महावीर की निर्वाण स्थल पावापुरी स्थित जल मंदिर का दीदार किया. इस अवसर पर जल मंदिर प्रबंधन के द्वारा राज्यपाल का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया गया. इस अवसर बिहार के ऐतिहासिक धरोहर जल मंदिर का के दीदार व भगवान महावीर निर्वाण की गौरवशाली अतीत और इतिहास को जानकर राज्यपाल प्रसन्न हुए.राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने जल मंदिर पहुंच कर विधिवत पूजा अर्चना की. मंदिर के पुजारी उमाकांत उपाध्याय ने इस अवसर पर गोवा राज्यपाल श्री पीएस श्रीधरन पिल्लई को विधिवत पूजा-अर्चना कराई एव बताया कि कैसे आस्था के चुटकी से इस पावन तालाब का निर्माण हुआ. उन्होंने राज्यपाल को बताया कि भगवान महावीर स्वामी जी के दाह संस्कार में इतने लोग एकत्रित हुए कि राख उठाते उठाते मिट्टी उठाने लगे. इससे एक छोटे तालाब का रूप बन गया. जिसकों बाद मे बड़ा तालाब का रूप दे दिया गया जो अब 84 बीघे में है. और इसके बीच कमल सरोवर पर एक भव्य मंदिर बनाया गया जो जल मंदिर के नाम से प्रसिद्ध हुआ. राज्यपाल ने कहा कि पावापुरी उन पवित्र स्थानों में से एक है जहां मोक्ष के साथ-साथ शांति मिलती है. उन्होंने कहा कि भगवान महावीर ने ही पूरे दुनिया को जियो एवम जीने दो के संदेश दिया. इस मौके पर ओएसडी अभिषेक धीमान, विजयन पी के, एसडीएम कुमार ओमकेश्वर, डीएसपी प्रदीप कुमार गिरियक सीओ सन्नी कुमार, पावापुरी थाना अध्यक्ष रवि कुमार गुप्ता सहित प्रशासनिक पदाधिकारी उपस्थित थे.
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