शेखपुरा. अरियरी प्रखंड अंतर्गत हजरतपुर मड़रो एवं चांदी गांव स्थित पहाड़ी भूखंडों में नियमों को ताक पर रखकर कंस्ट्रक्शन कंपनियों द्वारा किए जा रहे उत्खनन के दौरान आए दिन घटनाएं आम हो गई है. इसी क्रम में रविवार की दोपहर उत्खनन के दौरान पहाड़ी भूखंड में हैवी विस्फोट किये जाने से एक बार फिर हजरतपुर मड़रो गांव दहल उठा .धमाका इतना तेज था कि पहाड़ी भूखंड से एक बड़े पत्थर का टुकड़ा उड़ कर पहाड़ से सटे हजरतपुर मड़रो गांव स्थित दो घरों पर जा गिरा. धमाका इतना तेज था कि कई लोग इस धमाके की आवाज से ही सिहर उठे, जबकि घरों पर पत्थर के टुकड़े गिरने के कारण रामखेलावन यादव का घर क्षतिग्रस्त हो गया. इतना ही नहीं उसके घर के छत में भी एक बड़ा छेद हो गया और छत का थोड़ा सा हिस्सा टूट कर नीचे जा गिरा. इस घटना के दौरान गृह मलिक सहित दो सदस्य वहीं पर खाना खा रहे थे ,जिसमें वह एकदम बाल बाल बच गए. अचानक घटित इस घटना के दौरान वे लोग तो पहले वहां से खड़ा होकर घर से बाहर की ओर भागे और फिर उन्हें कुछ समय बाद पूरा माजरा समझ में आया. वही उनके बगल में रविंद्र कुमार के घर पर भी पत्थर का टुकड़ा गिरा. इस घटना को लेकर ग्रामीणों में एक बार फिर कंस्ट्रक्शन कंपनी की मनमानी के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है. पीड़ित ने अधिकारियों से कार्रवाई की लगाई गुहार नियमों को ताक पर रखकर कंस्ट्रक्शन कंपनियों द्वारा पहाड़ी भूखण्डों में उत्खनन के कारण आए दिन होने वाले हादसे को लेकर कई ग्रामीण एवं पीड़ित परिवार ने इस मामले में अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है. रविवार की घटना को लेकर पीड़ित रामखेलावन यादव ने कहा कि जब वह इस मामले की शिकायत लेकर संबंधित कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी के पास पहुंचे तब उसे वहां से यह कह कर जाने को कह दिया गया कि उसे उचित मुआवजा दे दिया जाएगा. पीड़ित ने कहा कि इस घटना के दौरान पत्थर की चपेट में आने से उसके घर के किसी सदस्य की जान भी जा सकती थी. वहीं इसके अलावा हैवी विस्फोट के दौरान अक्सर गांव तक उड़कर पहुंचने वाले छोटे बड़े पत्थर के साथ-साथ धूल से भी ग्रामीण पूरी तरह परेशान है. पहाड़ी भूखंडों में काफी अधिक गहराई तक गढ्ढा खोद दिए जाने से जलस्तर गिरा ग्रामीणों ने बताया कि उत्खनन कार्य में लगी कंपनियों पहाड़ी भूखंडों में काफी अधिक गहराई तक से पत्थर निकाल चुकी है और पत्थर निकाले जाने का सिलसिला जारी है.जिसके कारण यह गहराई लगातार बढ़ती ही जा रही है. ऐसे में गढ्ढे से पानी निकाल कर उसमें लगातार खुदाई कर पत्थर निकाले जाने के कारण जल स्तर भी गिरता जा रहा है. जिसके कारण आसपास के गांव में पेयजल समस्या लगातार उत्पन्न हो रही है. सरकारी भूमि व पइन पर भी अतिक्रमण का आरोप सरकारी भूमि एवं किसानों के पटवन का साधन सरकारी पईन पर भी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है. इस मामले में भी कई बार कार्रवाई की मांग की गई परंतु जांच प्रतिवेदन के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में नाराजगी साफ़ देखी जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि कई एकड़ सरकारी भूमि एवं किसानों के पटवन के साधन सरकारी पईन का अतिक्रमण कर उसे अपने कार्य के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा सड़क बना दिया गया है. इस मामले में भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी.
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