शेखपुरा. जिले के घाटकोसुंभा प्रखंड के गगौर पंचायत में पदस्थापित आवास सहायक बबलू कुमार के लापता होने का मामला पूरी तरह फ़िल्मी निकला. आवास सहायक के लापता होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए महज 10 घंटे के अंदर उसे मोबाइल लोकेशन के आधार पर बरबीघा के भदरथी गांव से बरामद कर लिया है. बरामदगी के बाद जो बातें सामने आई है वह बेहद चौकाने वाला है. दरअसल अरियरी प्रखंड के बरसा गांव के निवासी इंदिरा आवास सहायक बबलू कुमार शहर के राजोपुरम कालोनी में किराए के मकान में रहते हैं. 27 अगस्त की सुबह वह घर से बाइक लेकर कार्यालय घाटकुसुम्भा प्रखंड जाने निकले थे और अगले दिन तक वापस घर नही लौटे. उसका मोबाइल भी लगातार बंद मिल रहा था. लापता आवास सहायक के पिता ने किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए अगले दिन 28 अगस्त को शेखपुरा थाना में लिखित सूचना दी. सूचना के बाद पुलिस सक्रिय हो गयी और बताए गए मोबाइल नम्बर का लास्ट लोकेशन एवं आइइएम आइ नंबर का लोकेशन पता करने के लिए टेक्निकल टीम को लगा दिया गया. जिसका प्रतिफल रहा कि लापता आवास सहायक को महज 10 घण्टे के अंदर ढूंढ निकाला गया. पुलिस ने बताया कि लापता आवास सहायक अपना पुराना सिम कार्ड तोड़कर फेंक दिया और नया सिम लगाकर लगातार एक लड़की से बात कर रहा था और उससे शादी करने के लिए घर से झूठ बोलकर फरार हो गया था. हालांकि इसकी शादी पहले से हो रखी है. उसकी 15-16 वर्ष की दो बेटी भी है. पुलिस ने उसे मोबाइल लोकेशन के आधार पर मेहुंस थाना के भदरथी गांव के पास से बरामद किया और थाने लाकर पूछताछ कर रही है. पूछताछ में बबलू ने बताया है कि वह पटना जिला के एक लड़की से प्यार करता है और पूर्व में शादी कर लिया है और उसी के साथ रहना चाहता है. हालांकि पुलिस ने कहा है कि पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी अपराध है लिहाजा अगर पहली पत्नी आपत्ति जताएगी तो इंदरा आवास सहायक दंडित होंगे और जेल जाएंगे. इधर इस खुलासे के बाद इंदरा आवास सहायक की जमकर किरकिरी हो रही है.
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