भारत ज्ञान व संस्कृति का प्राचीन केंद्र : राज्यपाल

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि प्राचीन काल से ही भारत ज्ञान व संस्कृति का केंद्र है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 3, 2025 9:47 PM

राजगीर.राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि प्राचीन काल से ही भारत ज्ञान व संस्कृति का केंद्र है. यहां की संस्कृति दुनिया को राह दिखाती रही है. शिक्षा संस्कृति ही एकता का आधार है. शिक्षा वह धन है, जो दुनिया को बदल सकती है. राजगीर के पीटीजेएम सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित वार्षिकोत्सव ””””””””””””””””अंतराग्नि”””””””””””””””” का उद्घाटन करते हुए सोमवार को राज्यपाल ने यह कहा. उनके द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर और मां भारती को श्रद्धा सुमन अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. राज्यपाल को यहां गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. उन्होंने कहा कि सरस्वती विद्या मंदिर बच्चों को केवल साक्षर ही नहीं बनती है, बल्कि संस्कार भी देती है. राज्यपाल ने कहा कि यूनान और मिस्र की संस्कृति भारत से पुरानी है. भारत की संस्कृति अभी भी अक्षुण्ण है. लेकिन यूनान और मिस्र की नहीं. शंकराचार्य ने कहा है ऋग्वेद ही शिक्षा का आधार है. आत्मा ही ज्ञान है. देह को देवालय मनाने पर भारत की संस्कृति बरकरार रह सकती है.

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क्षेत्र उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम ने कहा कि सरस्वती विद्या मंदिर शिक्षा के साथ संस्कार भी बच्चों को देती है. विद्या का मतलब अक्षर और अंक का ज्ञान नहीं, बल्कि शिक्षा साथ संस्कार देना है. उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्र कार्यवाहक डॉ मोहन सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया. विद्यालय के प्राचार्य अनंत कुमार सिन्हा द्वारा अतिथियों का परिचय कराया गया. विद्यालय के सचिव प्रो राणा पुरुषोत्तम कुमार सिंह द्वारा राज्यपाल को प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया. नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अभय कुमार सिंह, कुलसचिव डॉ आरपी सिंह परिहार, डीएम शशांक शुभंकर, एसपी भारत सोनी, भारतीय शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, नालंदा के विभाग प्रमुख राजेश कुमार, मीडिया प्रमुख बीरेंद्र प्रताप सिंह एवं अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे.

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