राजगीर. पर्यटन विकास के लिए स्वच्छता और पर्यावरण दोनों बहुत आवश्यक है. प्रकृति और पर्यावरण को सुरक्षित रखने की हम सब की जिम्मेदारी है. पर्यटन और विरासत स्थल जितने स्वच्छ रहेंगे, पर्यटक उतने ही आकर्षित होंगे. पर्यटन मंत्रालय और एबीटीओ द्वारा दशहरा के मौके पर राजगीर के ऐतिहासिक विरासत स्थल सोन भंडार एवं मनियार मठ के आसपास आयोजित स्वच्छता अभियान के दौरान वक्ताओं ने गुरुवार को यह कहा.नगर परिषद के पूर्व उपमुख्य पार्षद एवं वरीय वार्ड पार्षद डाॅ. अनिल कुमार ने कहा कि स्वच्छता बनाए रखने से पर्यटकों का अनुभव बेहतर होता है. स्वच्छता का जितना अधिक पालन होगा उतना ही अधिक पर्यावरण संरक्षित रहेगा. पर्यटन मंत्रालय के सलाहकार एवं एबीटीओ के सचिव डाॅ. कौलेश कुमार ने कहा कि पर्यटन में स्वच्छता और पर्यावरण का महत्व अत्यंत महत्वपूर्ण है. ये दोनों पहलू स्थायी और आकर्षक पर्यटन अनुभव सुनिश्चित देते हैं. हेडमास्टर कुमार रामाधीन ने कहा कि स्वच्छता और पर्यावरण की सुरक्षा पर्यटन के दीर्घकालिक विकास के लिए आवश्यक है. पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता के लिए प्लास्टिक का बहिष्कार और यत्र तत्र कचरा फैलाने पर परहेज करना चाहिये. होटल नालंदा रेजेंसी के मैनेजर राहुल कुमार ने कहा कि सभ्यता, संस्कृति और पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण भी सतत पर्यटन का हिस्सा है. इससे प्राकृतिक स्थलों की सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहरें संरक्षित रहती हैं. नव नियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. गणेश शंकर पाण्डेय ने कहा कि पर्यटन स्थलों को स्वच्छ और सुरक्षा रखना हर नागरिक का नैतिक और राष्ट्रीय कर्तव्य है. इस अवसर पर फुटपाथ संघ के पूर्व अध्यक्ष गोपाल भदानी, गणेश शंकर पाण्डेय, सन्तु कुमार और छात्रों द्वारा अभियान में योगदान दिया गया.
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