कालाजार प्रशिक्षण : 650 आशा घर घर जाकर देगी दस्तक
जिलेभर में कालाजार के संदिग्ध मरीजों की खोजबीन के लिये आशा कार्यकर्ता घर- घर जाकर दस्तक देंगी.
बिहारशरीफ. जिलेभर में कालाजार के संदिग्ध मरीजों की खोजबीन के लिये आशा कार्यकर्ता घर- घर जाकर दस्तक देंगी. इस दौरान संदिग्ध मरीज मिलने पर उन्हें जांच व इलाज के लिये सरकारी अस्पताल भेंजेगी. अगर कालाजार का मरीज मिला तो ऐसे मरीजों का छह माह तक फॉलोअप करने पर आशा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 500 रूपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जायेगी. जिला स्वास्थ्य विभाग जिला को कालाजारमुक्त बनाने के लिये हरसंभव कार्य कर रहा है. आशा कार्यकर्ताओं को ट्रेंड करने का डेड लाइन 24 अक्टूबर है. जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. राम मोहन सहाय ने सभी आशा को ससमय ट्रेंड करने का निर्देश प्रशिक्षक चिरंजन कुमार एवं सुनील कुमार को दिया है. प्रशिक्षण के दूसरे दिन 120 आशा हुई ट्रेंड :
सदर अस्पताल के यक्ष्मा विभाग में आयोजित शिविर में पहले दिन शुक्रवार को अस्थावां एवं गिरियक प्रखंड से तीस- तीस जबकि हिलसा प्रखंड की पचास आशा कार्यकर्ताओं को ट्रेंड किया गया. वहीं दूसरे दिन शनिवार को नूरसराय एवं करायपरशुराय प्रखंड की साठ साठ आशा को कालाजार के संदिग्ध मरीजों की पहचान व प्रारंभिक लक्षण के बारे में बिंदुवार जानकारी दी गयी.कालाजार रोग के मुख्य कारण :
1. लीशमैनिया पैरासाइट का संक्रमण 2. संक्रमित मच्छर के काटने से 3. दूषित रक्त के संचारण से 4. संक्रमित मां से बच्चे में संचारण बचाव के लिये यह सभी है उपाय :1. मच्छरों से बचाव के लिए नेट का उपयोग करें
2. इन्सेक्टिसाइड का उपयोग करें
3. संक्रमित क्षेत्रों में जाने से बचें 4. रक्त दान करने से पहले जांच करें 5. स्वच्छता बनाए रखें 6. व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें 7. कालाजार रोग के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करेंडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है