पानी की बर्बादी रोकने में ठोस नीतियों का अभाव

नगर परिषद शेखपुरा में आज भी पेयजल की समस्या बरकरार है. पेयजल के लिए योजनाएं तो बनाई जाती है, लेकिन दोहरी व्यवस्था इन योजनाओं को अंजाम तक पहुंचने ही नहीं देती.

By Prabhat Khabar News Desk | July 21, 2024 10:04 PM

शेखपुरा. नगर परिषद शेखपुरा में आज भी पेयजल की समस्या बरकरार है. पेयजल के लिए योजनाएं तो बनाई जाती है, लेकिन दोहरी व्यवस्था इन योजनाओं को अंजाम तक पहुंचने ही नहीं देती. ऐसा नहीं की नगर परिषद शेखपुरा में जलापूर्ति योजनाओं का अभाव है. लेकिन पीने के पानी की धड़ल्ले से हो रही बर्बादी को रोकने के लिए ठोस नीतियों का घोर अभाव है. यही कारण है कि शेखपुरा नगर परिषद के चिन्हित इलाकों में आज भी पेयजल के लिए हाहाकार मचा है. दरअसल शेखपुरा नगर परिषद की मुख्य आबादी पहाड़ी तलहटी के चारों ओर बसा है. इस बसावट के कारण आबादी बसावट ऊंचाई और ढ़लान पर भी बसा है. ऐसी स्थिति में जलापूर्ति योजनाओं से पाइप के जरिए जब पानी की आपूर्ति होती है तब ढलान वाले इलाके में काफी प्रेशर से पानी की आपूर्ति होती है. बड़ी बात यह है कि ढ़लान वाले इलाकों में स्टैंड पोस्ट बनाया गया है.इन स्टैंड पोस्ट में नल भी नही है. उक्त स्टैंड पोस्ट से घंटो पानी बहता रहता है. शहरी क्षेत्र के पटेल चौक से स्टेशन रोड में लगे दर्जनों स्टैंड पोस्ट से पानी की बर्बादी का नजारा आम है. इतना ही नहीं जलापूर्ति पाइपलाइन में कई स्थानों पर लीकेज की अनदेखी भी पानी की बर्बादी का मुख्य कारण है. ऐसी स्थिति में ऊंचाई पर बसे लोगों को पानी काफी कम मात्रा में मिल पाता है.

शहरवासी परेशान

शहर के कई भागों में हुसैनाबाद गांव में संचालित बोरिंग से पानी की आपूर्ति की जाती है. बिजली की समस्या के कारण शहर के यहां से पानी की आपूर्ति बाधित होने के स्थिति में शहर के कई मुहल्लों जैसे हसनगंज, खांडपर मुहल्ला, स्टेशन रोड इत्यादि इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित होने के कारण शहर की बड़ी आबादी को परेशानी झेलनी पड़ती है. और शहरवासियों को पीने के पानी के साथ ही नहाने, कपड़ा धोने जैसे समस्याओं का समाना करना पड़ता है.

क्या कहते है लोग

शहरी क्षेत्र में स्टैंड पोस्ट पानी की बर्बादी का एक बड़ा कारण है. ज्यादातर परिवार को नल जल का कनेक्शन प्राप्त हो गया है. चौक चौराहा एवं विभिन्न स्थानों पर पियाऊ का भी निर्माण कर दिया गया है. लेकिन आज भी स्टैंड पोस्ट की व्यवस्था नगर परिषद के अनदेखी का कारण बन गया है. स्टैंड पोस्ट के अस्तित्व को समाप्त कर देनी चाहिए.

आलोक मेहता फोटो.11

व्यवसायी खांडपर

नगर परिषद शेखपुरा में नल जल और जलापूर्ति योजना के लिए समय सीमा का पालन नहीं किया जाता है. ऐसी स्थिति में गृहिणियों को दिनभर पानी के इंतजार में समय व्यतीत करना पड़ता है. पानी के लिए इस जद्दोजह्द से आखिर कब निजात मिल सकेगा यह कोई नहीं जानता.

गुड्डू कुमार, समाज सेवी,खांडपर,शेखपुरा.

जलापूर्ति पम्प हॉउस से पानी को टंकी टक पहुंचाने वाले पाइप लाइन में ही लोगों के द्वारा कनेक्शन लगा दिया गया है. ऐसी स्थिति में नल – जल योजनाओं के माध्यम से हर घर को पानी देने की नगर परिषद की योजना पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इस व्यवस्था में बदलाव किए बगैर नियमित रूप से पानी की आपूर्ति संभव ही नहीं है.

सविता देवी, गृहणी राजोपुरम कॉलोनी

शेखपुरा

वैसे बसावट वाले इलाके जो ऊंचाई पर स्थित है, उन जगहों पर पानी बेहतर तरीके से पहुंचाने के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की जानी चाहिए. ढलान वाले इलाकों के पाइप लाइन में चाबी लगाकर ऊंचाई पर बसे आबादी को बेहतर मात्रा और निर्धारित समय में पानी की आपूर्ति की जानी चाहिए.

प्रवीन कुमार भोला खांडपर शेखपुरा

क्या कहते हैं अधिकारी

शहर में पानी की नियमित आपूर्ति के लिए नगर परिषद लगातार कार्य कर रहा. इस वर्ष भीषण गर्मी एवं बारिश के परिवेश में बिजली आपूर्ति नियमित रूप से नहीं हो पा रही है. जिसके कारण वॉटर टावर में पानी भरने का काम भी समय पर नहीं हो पाता. ऐसी स्थिति में निर्धारित समय पर पानी आपूर्ति करने के लिए नगर कर्मी भी काफी सजग रहते है. जलापूर्ति पंप हाउस को वीआईपी फीडर से बिजली आपूर्ति के लिए पूर्व में भी प्रस्ताव दिया गया था. लेकिन, इसकी स्वीकृति फिलहाल नहीं हो सकी है.

विनय कुमार

कार्यपालक अधिकारी, नगर परिषद शेखपुरा

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