मैट्रिक परीक्षा का अब तक नहीं आया क्रॉस लिस्ट
शिक्षा विभाग के कई फैसले से जहां लोग परेशानी में पढ़ रहे हैं, वही कुछ फैसले से लोग हैरान भी हो रहे हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा मैट्रिक परीक्षा 2024 का रिजल्ट तो 31 मार्च 2024 को ही प्रकाशित कर शाबाशी पाने का काम किया, लेकिन लगभग दो महीने बीतने के बावजूद भी छात्र-छात्राओं का क्रॉस लिस्ट विद्यालयों को अब तक नहीं भेजे जाने से छात्र अभिभावक हैरान भी हैं.
बिहारशरीफ. शिक्षा विभाग के कई फैसले से जहां लोग परेशानी में पढ़ रहे हैं, वही कुछ फैसले से लोग हैरान भी हो रहे हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा मैट्रिक परीक्षा 2024 का रिजल्ट तो 31 मार्च 2024 को ही प्रकाशित कर शाबाशी पाने का काम किया, लेकिन लगभग दो महीने बीतने के बावजूद भी छात्र-छात्राओं का क्रॉस लिस्ट विद्यालयों को अब तक नहीं भेजे जाने से छात्र अभिभावक हैरान भी हैं. परीक्षा समिति के द्वारा जितनी तत्परता से परीक्षा की रिजल्ट जारी की गई उतनी तत्परता से क्रॉस लिस्ट नहीं जारी की गई है. बिना क्रॉस लिस्ट प्राप्त हुए बच्चों के रिजल्ट नेट पर देखकर विश्वास नहीं किया जा सकता है. बल्कि क्रॉस लिस्ट से मिलान करने के बाद ही विद्यालयों के द्वारा छात्रों का ट्रांसफर सर्टिफिकेट काटा जाता है. इधर शिक्षा विभाग के द्वारा पत्र जारी कर यह निर्देश दिया गया कि दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी उसी विद्यालय के 11वीं कक्षा में एडमिशन लेंगे. हालांकि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा अब तक जिले के माध्यमिक विद्यालयों को 10वीं परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों की क्रॉस लिस्ट नहीं भेजे जाने से प्लस टू विद्यालयों में नामांकन की प्रक्रिया स्थगित है . छात्र अपना रिजल्ट वेबसाइट पर ही देखकर संतुष्ट हो गए हैं. लेकिन नामांकन की प्रक्रिया बिना क्रॉस लिस्ट आए शुरू नहीं हो सकती है. हाल ही में संपन्न मैट्रिक की कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी 20 मई तक की गई है. उम्मीद की जा रही है की वार्षिक परीक्षा तथा विशेष परीक्षा दोनों का क्रॉस लिस्ट परीक्षा समिति के द्वारा एक ही बार भेजी जाएगी. इधर शिक्षा विभाग के द्वारा 11वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं की मासिक परीक्षा 30 मई से लिए जाने की घोषणा की गई है. लेकिन सबसे बड़ी समस्या तो यह है कि जब 11वीं कक्षा में छात्रों का नामांकन ही नहीं हुआ है तो फिर मासिक जांच परीक्षा में कौन से विद्यार्थी शामिल होंगे. माध्यमिक विद्यालय किसी भी छात्र का ट्रांसफर सर्टिफिकेट बिना क्रॉस लिस्ट से मिलान किए नहीं दे सकता है. इसी प्रकार प्लस टू विद्यालय बिना ट्रांसफर सर्टिफिकेट के किसी छात्र का एडमिशन नहीं ले सकता है. नतीजा यह है कि जिले के किसी भी प्लस टू विद्यालय में अब तक एक भी छात्र का नामांकन नहीं हुआ है. अब विभाग द्वारा आयोजित होने वाली मासिक जांच परीक्षा में विद्यार्थी कहां से आएंगे. शिक्षा विभाग की हड़बड़ी से हो रही गड़बड़ी:- शिक्षा विभाग के द्वारा लगातार जल्दबाजी में विभिन्न प्रकार के निर्देश जारी कर दिये जा रहे हैं. इससे छात्र अभिभावकों तथा शिक्षकों को भी परेशानी हो रही है. एक तरफ प्लस टू विद्यालयों में 11वीं कक्षा में एडमिशन नहीं होना जबकि दूसरी तरफ छात्रों की मासिक जांच परीक्षा लेने का आदेश देना दोनों में तालमेल नहीं है. सबसे पहले तो विद्यालयों में छात्रों का एडमिशन होना जरूरी है. उसके बाद विद्यालय में पढ़ाई तब उसके बाद उसकी मासिक जांच परीक्षा होनी चाहिए. कई शिक्षकों तथा अभिभावकों ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा हड़बड़ी में कई काम में गड़बड़ी की जा रही है. कमोवेश यही स्थिति 9वीं तथा 12वीं के छात्र-छात्राओं की मासिक जांच परीक्षा में भी देखी जा रही है. जिले में निर्वाचन कार्य के करण कई विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई अभी 15 दिन भी ढंग से नहीं हुई है और जांच परीक्षा ली जा रही है. 11वीं कक्षा में एडमिशन का इंतजार कर रहे हैं विद्यार्थी:- मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के लगभग दो महीने बाद भी जिले के मैट्रिक उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का अब तक 11वीं कक्षा में एडमिशन नहीं हुआ है. जिले के छात्र और अभिभावक 11वीं कक्षा में एडमिशन का इंतजार कर रहे हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा क्रॉस लिस्ट भेजे जाने के बाद ही जिले में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होगी. तब तक जिले के विद्यार्थियों को एडमिशन के लिए इंतजार करना पड़ेगा.
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