जिले में 82 प्रतिशत से अधिक हुई धान की रोपनी
जिले में 82 प्रतिशत से अधिक धान की रोपनी हुई है. जिला कृषि विभाग की यह आंकड़ा नौ अगस्त तक की है.
बिहारशरीफ.जिले में 82 प्रतिशत से अधिक धान की रोपनी हुई है. जिला कृषि विभाग की यह आंकड़ा नौ अगस्त तक की है. अगस्त माह की शुरुआत से ही रिमझिम बारिश हो रही है. इससे किसान उत्साहित होकर धान की खेती में जुटे हैं. उम्मीद है कि 15 अगस्त तक शत प्रतिशत धान की रोपनी हो जायेगी. जिले में इस वर्ष एक लाख 46 हजार 350.52 हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य तय किया गया है. इसमें अब तक एक लाख 20 हजार 79.58 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो गयी है. यह लक्ष्य का 82.05 प्रतिशत है. अब तक धान की रोपनी में सरमेरा प्रखंड अव्वल है, जहां 93.53 प्रतिशत खेत में धान की रोपनी हो गयी है. वहीं धनरोपनी कार्य में सबसे फिसड्डी प्रखंड थरथरी है, जहां अब तक महज 64.25 प्रतिशत धनरोपनी कार्य हुई है. सरमेरा प्रखंड निचली क्षेत्र में है, जिसके कारण हल्की बारिश में वहां पानी का अधिक जमाव होता है. वहीं ऊंची क्षेत्र वाले प्रखंड में पानी का ठहराव की समस्याओं के कारण धान की रोपनी की रफ्तारी कुछ कमजोर प्रतीत हो रहा है. फिलहाल जिला कृषि विभाग की ओर से जारी यह आंकड़ा नौ अगस्त तक की है. गत दो दिनों में धनरोपनी कार्य में और प्रगति होने की उम्मीद जतायी जा रही है. पिछले पांच वर्षों के बाद मौसम किसानों के साथ दे रहा है. इससे कृषि विभाग के अधिकारी से लेकर किसानों में खुशहाली देखने को मिल रही है. जुलाई के बाद अगस्त की शुरुआत से ही हरेक एक-दो दिन पर रिमझिम बारिश हो रही है. हालांकि इस बार बारिश कहीं अधिक तो कहीं कम होने की सूचना मिल रही है. फिर भी खेती के अनुकूल बारिश होने से किसानों में बेहतर धान की पैदावार की उम्मीद जगी है. धान के बिचड़ा में निरोग है. रोपे गये धान में विकास भी तेजी से हो रहा है. किसानों का कहना है कि वर्तमान मौसम धान के खेती के अनुकूल है. क्या कहते अधिकारी- वर्तमान में धान की रोपनी लायक मौसम दिख रहा है. नौ अगस्त तक लक्ष्य का 82.05 प्रतिशत धान की रोपनी हो गयी है. अगस्त की शुरुआत तीन-चार दिनों में सामान्य वर्षापात के हिसाबन 60 से 80 प्रतिशत बारिश हुई है. इसके बाद प्रतिदिन रिमझिम बारिश की सूचना मिल रही है. इससे धान की रोपनी में तेजी आयी है. उम्मीद है कि 15 अगस्त तक शतप्रतिशत धान की रोपनी कार्य हो जायेगी. कृषि सलाहकार, सहायक तकनीकी, कृषि समन्वयक, एटीएम-बीटीएम जैसे अधिकारियों के माध्यम से किसानों की समस्याओं को चिन्हित की जा रही है. -राजीव कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, नालंदा जिला कृषि विभाग के अनुसार प्रखंडवार धनरोपी का लक्ष्य व उपलब्धि प्रखंड-धनरोपनी का लक्ष्य- उपलब्धि प्रतिशत में अस्थावां- 8883 – 89.74 प्रतिशत बेन-7199 -88.65 प्रतिशत बिहारशरीफ-9101-83.01 प्रतिशत बिंद-4522-82.46 प्रतिशत चंडी-8390 -85.37 प्रतिशत एकंगसराय-9360.36 -77.09 प्रतिशत गिरियक-4327 -82.11 प्रतिशत हरनौत-12123 -91.04 प्रतिशत हिलसा-11566.3 -76.16 प्रतिशत इस्लामपुर-14776 -67.4 प्रतिशत करायपरसुराय-3849 -82.33 प्रतिशत कतरीसराय-3334 -87.73 प्रतिशत नगरनौसा-4243 -82.63 प्रतिशत नूरसराय-9104.864 -85.7 प्रतिशत परवलपुर-4363 -77.1 प्रतिशत रहुई-7256 -82.69 प्रतिशत राजगीर-5694 -81.77 प्रतिशत सरमेरा-7885 -93.53 प्रतिशत सिलाव-6974 -82.06 प्रतिशत थरथरी-3400 -64.25 प्रतिशत टोटल- 1,46,350.52 -82.05 प्रतिशत
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