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छठ घाटों की सफाई के लिए नगर परिषद ने शुरू किया अभियान

आस्था का महापर्व छठ व्रत की तैयारी को लेकर नगर परिषद शेखपुरा सक्रिय हो गया है. छठ घाटों की साफ - सफाई को लेकर वहां पहले से जामे पानी को सुखाने का काम शुरू किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 20, 2024 9:45 PM

शेखपुरा. आस्था का महापर्व छठ व्रत की तैयारी को लेकर नगर परिषद शेखपुरा सक्रिय हो गया है. छठ घाटों की साफ – सफाई को लेकर वहां पहले से जामे पानी को सुखाने का काम शुरू किया गया है. शेखपुरा शहर के प्रमुख छठघाट पर पानी सूखाने का कार्य लगभग अंतिम पायदान पर है. इसी प्रकार शेखपुरा शहर के जखराज स्थान हुसैनाबाद रोड, हसनगंज, गिरिहिंडा कच्ची रोड,अरर्घौती पोखर,खेरी पोखर सहित 15 छठ घाटों पर साफ सफाई का कार्य बारी-बारी से किया जा रहा है. इस बाबत नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि छठ घाटों के साफ-सफाई के साथ-साथ नागरिक सुविधा मुहैया करने की दिशा में नगर प्रशासन ने विशेष टीम का गठन किया है. इस टीम की मॉनिटरिंग करने के लिए नगर कर्मियों को भी विशेष निर्देश दिया गया है. नगर परिषद के सभी वार्डन से संबंधित छठ घाटों में सफाई के साथ-साथ आवागमन को व्यवस्थित किया जाएगा. इसके साथ ही रोशनी एवं नागरिक सुविधा के लिए भी विशेष तैयारी की जाएगी. एकसारी छठ घाट की सफाई आसान नहीं नगर परिषद के एकसारी गांव में परंपरागत तरीके रेलवे फाटक के समीप घाट बनाया जाता है. लेकिन सफाई और निर्माण आसान नहीं होगा. ग्रामीण समाजसेवी शशि भूषण एवं पिंकू महतो ने बताया कि शेखपुरा शहर के रेलवे स्टेशन से लेकर बड़ी आबादी के नाले के निकास का पानी एकसारी गांव की ओर ही आता है. रेलवे ट्रैक के किनारे पैन के रास्ते यह पानी एकसारी गांव के बधारो में जल जमाव की स्थिति को पैदा कर देता है. इस स्थिति के कारण जहां किसानों के बेस कीमती फसल भी सालों भर बर्बाद होते हैं. वहीं छठघाट के लिए भी प्रत्येक साल बड़ी चुनौती खड़ी हो जाता है. शेखपुरा शहर के इंदायक, गिरिहिंडा, जखराजस्थान, कॉलेज मोड के बड़े हिस्से का नाली का पानी जिस प्रकार एकसारी गांव के बधारो में बह रहा है. वह नगर प्रशासन के उदासीनता का एक निशानी है. उन्होंने बताया कि पिछले कई वर्षों से इस परेशानी को दूर करने के लिए नगर प्रशासन के समक्ष मामले को उठाया जा रहा है. लेकिन शहरी क्षेत्र में आउटलेट का निर्माण नहीं किए जाने के कारण आज भी यह नारकीय स्थिति बनी है.

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