टोटो चालक की हत्या का आरोपित गिरफ्तार, बिहार पुलिस का भगोड़ा जवान है आरोपित

नालंदा थाना क्षेत्र के गोविंदपुर पुल के समीप सोमवार की शाम टोटो चालक की गोली मारकर हत्या किये जाने के महज चार घंटे में ही पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 21, 2025 10:42 PM

बिहारशरीफ.

नालंदा थाना क्षेत्र के गोविंदपुर पुल के समीप सोमवार की शाम टोटो चालक की गोली मारकर हत्या किये जाने के महज चार घंटे में ही पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपित ममूराबाद निवासी अनिल कुमार उर्फ अनिल यादव है. वह मधुबनी जिला पुलिस बल का जवान था. साल 2016 में डीएम के बॉडीगार्ड रहते एक छात्रा से दुष्कर्म करने के बाद हथियार सहित भाग निकला था. हालांकि नालंदा पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार कर मधुबनी पुलिस के हवाले कर दिया गया था. इसके बाद करीब तीन साल तक जेल में रहने के बाद बेल पर छूटा था. इसके बाद अप्रैल 2019 में नालंदा थाना क्षेत्र के केवय गांव निवासी दुग्ध संग्रहकर्ता को मामूली विवाद में दोस्तों के संग मिलकर गोली मार दिया था, हालांकि गोली लगने के बाद वह बाल-बाल बच गया था. राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि टोटो चालक की हत्या करने के बाद इधर-उधर भागने के बाद देर रात घर आया था़ इस दौरान पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया़ उसके पास से एक कट्टा और कारतूस बरामद हुआ. जबकि उसकी निशानदेही पर घर के पुआल के नीचे छिपाकर रखे गये एक और हथियार और पांच कारतूस को भी बरामद किया गया है. स्पीडी ट्रायल चलकर दोषी को जल्द से जल्द सजा दिलाने का प्रयास किया जायेगा. छापेमारी टीम में नालंदा थाना प्रभारी निशि कुमार के अलावा बेन, छबीलापुर, सिलाव थाना पुलिस की टीम शामिल थी.एक नजर में पूरा मामला : नालंदा थाना क्षेत्र के पकड़ीसराय निवासी सिद्धि गोप का 35 वर्षीय पुत्र राजू कुमार सोमवार को ममूराबाद गांव से सीमेंट अनलोड कर लौट रहा था. उसी दौरान आरोपित ने गोविंदपुर पुल के समीप पुनः गांव चलने को कहा जिस पर उन्होंने इनकार कर दिया़ इसके बाद आरोपित ने उसे गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गयी थी. इसके बाद वैज्ञानिक अनुसंधान व गठित टीम ने इस कांड के उदभेदन में सफलता पायी. नालंदा थाना क्षेत्र के पकड़ीसराय निवासी सिद्धि गोप का 35 वर्षीय पुत्र राजू कुमार सोमवार को ममूराबाद गांव से सीमेंट अनलोड कर लौट रहा था. उसी दौरान आरोपित ने गोविंदपुर पुल के समीप पुनः गांव चलने को कहा, जिस पर उन्होंने इनकार कर दिया. इसके बाद आरोपित ने उसे गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गयी थी. इसके बाद वैज्ञानिक अनुसंधान व गठित टीम ने इस कांड के उदभेदन में सफलता पायी.

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