नाग पंचमी का पर्व कल, श्रद्धालुओं में उत्साह

सावन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि दिन शुक्रवार को जिले में नाग पंचमी का पर्व मनाया जाएगा. नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने की प्राचीन परंपरा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 24, 2024 9:31 PM
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बिहारशरीफ. सावन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि दिन शुक्रवार को जिले में नाग पंचमी का पर्व मनाया जाएगा. नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने की प्राचीन परंपरा रही है. इस दिन नाग देवता को गाय का दूध और धान का लावा अर्पित किया जाता है. इस संबंध में पंडित श्रीकांत शर्मा आचार्य ने बताया कि गरुड़ पुराण के अनुसार इस दिन नाग देवता की पूजा करने से सर्प दंश का भय समाप्त हो जाता है. मनुष्य की अनेक मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है. उन्होंने बताया कि स्कंद पुराण में भी नाग पंचमी का महत्व बताया गया है. पंचांग के अनुसार शुक्रवार को नाग पंचमी का पर्व सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग के साथ मनाया जाएगा. इससे जीवन में आने वाले हर संकट मिट जाते हैं. उन्होंने बताया कि इस दिन रुद्राभिषेक करने से काल सर्प दोष से छुटकारा मिलती है. भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से ही नागों का विशिष्ट स्थान है. भविष्य पुराण में भी वर्णित है कि पृथ्वी शेषनाग के फन पर अवस्थित है. श्री हरि विष्णु की विश्रामस्थली भी शेषनाग है. भगवान शिव और गणेश के अलंकार में भी नागों का महत्व है. योग सिद्धि के लिए कुंडलिनी शक्ति जागृत की जाती है उसको शर्पिणी कहा जाता है. ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष उत्साह:- नागपंचमी का पर्व को लेकर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष उत्साह है. ग्रामीण क्षेत्रों में नाग पंचमी का पर्व पूरी धार्मिक आस्था और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मनाया जाता है. इस दिन नीम के वृक्ष का दातुन करना, नीम की पत्तियों का रस पीना तथा विभिन्न प्रकार के पारंपरिक खेलो का भी आयोजन किया जाता है. महिलाएं सुबह से ही धार्मिक क्रियाकलापों में व्यस्त हो जाती हैं. घरों को साफ सुथरा कर नीम की टहनियों लगाई जाती है तथा नाग देवता को दूध और लावा अर्पित करने के बाद घरों में खीर- पुरी तथा अन्य पकवान बनाए जाते हैं. घर परिवार में खुशियां मनाई जाती है.

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