राजगीर. लक्ष्य का 91.2 फीसदी पौधारोपण किया जा चुका है. शेष बचे लक्ष्य को 15 सितंबर तक पूरा कर लिया जायेगा. जब बिहार से झारखंड अलग हुआ था तब बिहार का वन क्षेत्र मात्र सात फीसदी था. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से 17 फीसदी वन क्षेत्र हो गया है. पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने प्रेसवार्ता में यह कहा. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के बाद दक्षिण बिहार में तेजी से जलवायु परिवर्तन हुआ है. भीषण गर्मी में बेतहाशा वृद्धि हुई है. इस पर नियंत्रण के लिए छायादार और दीर्घायु वृक्षों की जरूरत महसूस होने लगी है. धरती को हराभरा करने के लिए केंद्र सरकार एक पेड़ मां के नाम और राज्य सरकार द्वारा जल जीवन हरियाली योजना चलायी ई गयी है. इस योजना के तहत 4 करोड़ 68 लाख पौधारोपण केवल पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके अलावे जीविका, मनरेगा, सामाजिक वानिकी, कृषि, विभागीय स्तर आदि द्वारा पौधारोपण किया गया है. मंत्री ने कहा कि गया, नालंदा, नवादा, औरंगाबाद आदि जिले के पहाड़ों पर सीडवाॅल का छिड़काव किया गया है. वन कर्मियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं के पहुंच से बाहर की जगहों व पहाड़ियों पर ड्रोन से सीडवाॅल का छिड़काव किया गया है. जलवायु परिवर्तन को अनुकूल बनाने के लिए राज्य में पर्यावरण मित्र तैयार किया गया है. वनों के अंदर और बाहर दोनों जगह बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया गया है. मंत्री ने बताया कि अब प्रत्येक मंगलवार को मेंटेनेंस के लिए वेणुवन में साप्ताहिक बंदी रहेगी. उन्होंने कहा राजगीर बहुत तेजी से बदल रहा है. राजगीर का विकास तेजी से हो रहा है. डबल इंजन की सरकार में राजगीर, नालंदा, पावापुरी, गया सहित सूबे के सभी पर्यटन स्थलों का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है. बौद्ध सर्किट नालंदा और जैन सर्किट पावापुरी को जोड़ने वाली मुख्य सड़क को नीम कॉरिडोर बनाया जायेगा. इसके लिए विभागीय स्तर पर कार्रवाई चल रही है. नीम औषधीय गुणों से भरपूर है. इसलिए स्वास्थ्य के लिए यह जरूरत है. उन्होंने बताया कि राजगीर -बिहारशरीफ मुख्य पथ को फोरलेन बनाया गया है. सड़क के दोनों ओर बड़े पैमाने पर छायादार पौधारोपण की योजना तैयार की गई है. आने वाला समय में सड़क के दोनों बड़े पैमाने पर छायादार पौधारोपण किया जाएगा, ताकि वह जलवायु परिवर्तन में मिल का पत्थर साबित हो सके. पैक्स और व्यापार मंडल बनेगा बहुउद्देशीय सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य के सभी पैक्स और व्यापार मंडल को बहुउद्देशीय बनाया जायेगा। एक जगह से किसानों को अनेक सुविधाओं को उपलब्ध कराया जायेगा. किसानों को सहायता राशि के रूप में 15 लाख तक का ऋण देने का प्रावधान है, उसमें सात लाख रुपये अनुदान है. मंत्री ने कहा कि 300 प्रकार की सुविधा पैक्स और व्यापार मंडल के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि राज्य के पैक्सों और व्यापार मंडलों को और बेहतर बनाया जाएगा. इससे किसानों की आमदनी के साथ सुविधा भी बढ़ेगी. उन्होंने बताया कि एक अरब 89 करोड़ की लागत से 325 गोदाम का निर्माण कराया गया है. 58 लक्ष्य के विरुद्ध 50 पैक्स गोदाम का निर्माण पूरा किया गया है. आठ पैक्स गोदाम बनाने का काम जारी है. उन्होंने बताया कि हर साल एक लाख मीटरिक टन गोदाम का निर्माण कराया जायेगा.
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